टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (29 नवंबर 2024): राज्यसभा (उच्च सदन) में विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही एक बार फिर स्थगित कर दी गई। यह स्थगन उच्च सदन के शीतकालीन सत्र की समाप्ति से पहले आखिरी कार्यदिवस पर हुआ। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदन की कार्यवाही में हंगामे की कोई सराहना नहीं की जा सकती और यह खराब मिसाल कायम कर रहा है, जो जनता के केंद्रित मुद्दों से दूर है। उन्होंने सदन में बढ़ती अप्रासंगिकता की ओर इशारा किया और सांसदों से आत्ममंथन करने की अपील की।
आज का हंगामा मुख्य रूप से अडानी समूह के खिलाफ भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितताओं और रिश्वतखोरी के आरोपों पर चर्चा की मांग को लेकर था। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चुप है और इसके खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। इसके अलावा, दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति और उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हालिया हिंसा पर भी विपक्ष ने चर्चा की मांग की। इन सभी मुद्दों पर नियम 267 के तहत चर्चा के नोटिस दिए गए थे, जिन्हें सभापति ने खारिज कर दिया।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि विपक्षी सांसदों ने नियम 267 का गलत इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि सदस्य नियमों का उल्लंघन कर सदन की कार्यवाही को बाधित करने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। सदन में इस मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ और इससे पहले कि स्थिति और बिगड़े, सभापति ने 11 बजकर 13 मिनट पर कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया। अब राज्यसभा की अगली बैठक सोमवार, 2 दिसंबर को सुबह 11 बजे होगी।
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद, भाजपा के भीम सिंह और जनता दल यूनाईटेड के संजय झा को उनके जन्मदिन पर बधाई दी गई। इसके बाद सभापति ने सदन के पटल पर आवश्यक दस्तावेज रखवाए। उन्होंने बताया कि उन्हें विभिन्न मुद्दों पर कुल 17 नोटिस मिले थे, जिनमें से एक भी नोटिस स्वीकार नहीं किया गया, क्योंकि ये सभी मुद्दे पहले ही उठाए जा चुके थे।
नियम 267 के महत्व
नियम 267 के तहत, राज्यसभा के सदस्य किसी भी विशेष मुद्दे पर चर्चा की अनुमति के लिए प्रस्ताव कर सकते हैं, जिससे सदन के पूर्व निर्धारित एजेंडे को निलंबित किया जा सकता है। यह प्रस्ताव पारित होने पर उस दिन के एजेंडे को निलंबित कर दिया जाता है और उस मुद्दे पर विचार किया जाता है।
विपक्षी सांसदों ने धनखड़ के इस बयान पर आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बच रही है। उनका कहना था कि सदन में स्थगन केवल इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार चर्चा से भाग रही है और मुद्दों पर जवाब देने से बच रही है।
आगामी शीतकालीन सत्र की स्थिति
राज्यसभा की शीतकालीन सत्र का कार्यभार अब 2 दिसंबर तक स्थगित कर दिया गया है। उस दिन फिर से सदन की बैठक होगी, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद की जा रही है।
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