दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन के बाद टाटा साम्राज्य का उत्तराधिकारी कौन?

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (10 अक्टूबर 2024): Ratan Tata ने टाटा(TATA) को एक बेहतरीन ग्लोबल ब्रांड बनाया है। उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। रतन टाटा सिर्फ एक उद्योगपति नहीं बल्कि एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने देश और देशवासियों के लिए बहुत कुछ किया है।और यही कारण है कि उनके जाने से सभी लोग बहुत दुखी हैं। रतन टाटा जी की जीवन शैली बहुत ही प्रेरणादायक है। उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में एक पारसी परिवार में हुआ था। वह नवल टाटा (Naval Tata)के बेटे थे, जिन्हें रतनजी टाटा (Ratan Tata)ने गोद लिया था।

रतन टाटा एक समाजसेवी व्यक्ति भी थे। उन्होंने 30 से अधिक स्टार्ट-अप में निवेश किया, जिनमें से अधिकांश व्यक्तिगत क्षमता में और कुछ अपनी निवेश कंपनी के माध्यम से किए । उन्हें भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण मिला । दुर्भाग्य से, उनका निधन 9 अक्टूबर 2024 को मुंबई में हुआ। रतन टाटा के निधन के बाद, टाटा साम्राज्य के उत्तराधिकारी के बारे में कई सवाल उठ रहे हैं क्योंकि रतन टाटा की अपनी कोई संतान नही है । हालांकि, टाटा समूह ने अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है।

लेकिन कुछ संभावित उम्मीदवारों के नाम सामने आ रहे हैं जो इस भूमिका को निभा सकते हैं: सबसे पहले इन नाम में नोएल टाटा का नाम आ रहा है।

रतन टाटा के पिता नवल टाटा की दूसरी शादी सिमोन(Simone Tata)से हुई थी उनके बेटे नोएल टाटा रतन टाटा के सौतेले भाई हैं।

नोएल टाटा (Noel Tata)के तीन बच्चे हैं:
लिया टाटा (Leah Tata)नोएल नवल टाटा की सबसे बड़ी संतान है जिनकी उम्र 39 साल है , जो इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) में वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत हैं

माया टाटा (Maya Tata) नोएल नवल टाटा की छोटी बेटी यह 34 साल की है, टाटा कैपिटल में एक एनालिस्ट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की, टाटा ऑपच्यरुनिटीज फंड और टाटा डिजिटल में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। टाटा न्यू (TATA NEU) ऐप को भी लॉन्च करने में उनकी एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

नेविल टाटा (Neville Tata) की उम्र 32 साल है ,टाटा समूह की रिटेल शाखा में सक्रिय और स्टार बाजार का नेतृत्व कर रहे हैं। नेवल टाटा ने टोयोटा किर्लोस्कर समूह की मानसी किर्लोस्कर से शादी की है। ट्रेड लिमिटेड की प्रमुख हाइपरमार्केट चेंज टॉप बाजार के प्रमुख है।

टाटा ग्रुप से जुड़ी परोपकारी संस्थाओं में युवाओं को जोड़ा गया है।

इनके अलावा रतन टाटा के सगे छोटे भाई भी हैं जिनका नाम है जिम्मी टाटा (Jimmy Tata)। जिम्मी टाटा, टाटा समूह के एक प्रमुख व्यवसायी हैं और टाटा इंडस्ट्रीज के निदेशक हैं और विभिन्न टाटा कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा चुके हैं। उन्होंने टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और टाटा कैपिटल जैसी कंपनियों में काम किया है।
जिम्मी टाटा ने टाटा समूह के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने टाटा कंपनियों को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने में मदद की है। रतन टाटा के निधन के बाद, जिम्मी टाटा को भी टाटा समूह के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है।

शांतनु नायडू (Shantanu Naidu) भी रतन टाटा के सबसे भरोसेमंद सहयोगी रहे हैं और टाटा संस के वरिष्ठ निदेशक हैं। उन्होंने टाटा समूह में विभिन्न भूमिकाएं निभाई हैं और वर्तमान में टाटा कैपिटल के एमडी और सीईओ हैं। वर्तमान समय में टाटा संस की कमान नटराजन चंद्रशेखरन (Natarajan Chandrasekaran) के हाथों में है, जो 2017 से चेयरमैन हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये सिर्फ संभावित उम्मीदवार हैं।

रतन टाटा के निधन के बाद, टाटा साम्राज्य के उत्तराधिकारी के सूची में नोएल टाटा, जिम्मी टाटा, लिया टाटा, माया टाटा, नेविल टाटा और शानतनु नायडू जैसे नाम सामने आ रहे हैं जो इस भूमिका को निभा सकते हैं। हालांकि, टाटा समूह ने अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। रतन टाटा के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। टाटा साम्राज्य के भविष्य के लिए सभी की नज़रें अब टाटा समूह की आधिकारिक घोषणा पर हैं।।

 


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन दिल्ली की दस महत्वपूर्ण खबरों को पढ़ने Vijaychowk.com : नई दिल्ली न्यूज पोर्टल को विजिट करे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। दिल्ली की विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS INDIA यूट्यूब चैनल’ को ज़रूर सब्सक्राइब करे।