संगीत की शाम “मिले सुर मेरा तुम्हारा” में गायक-गायिकाओं ने बिखेरा जलवा, दर्शकों के तालियों से गूंज उठा पूरा हॉल

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (10 अक्टूबर 2023): गायक रतन बुद्ध राजा एवं जोरावर चुग्यानी तथा सभी साथी कलाकारों के संयुक्त तत्वाधान में इंडिया इस्लामिक सेंटर, नई दिल्ली में 8 अक्टूबर को एक संगीत शाम “मिले सुर मेरा तुम्हारा” के बैनर तले आयोजित किया गया। जिसमें एक से बढ़कर एक गायक और गायिकाओं ने अपने-अपने हुनर का जलवा बिखेरा और साथ ही श्रोताओं पर मानो जादू कर दिया‌। वहीं मंच संचालन नवरत्न फाउंडेशंस के अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने शानदार एवं अद्भुत अंदाज में किया।

कार्यक्रम का आगाज गणमान्य लोगों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । इसके बाद सबसे पहले गायक राजीव ने अपना पहला गीत “मुसाफिर हूं यारों ना घर है ना ठिकाना मुझे बस चलते जाना है” लेकर आए और श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रोताओं ने तालियां बजाकर उनका खूब स्वागत किया। जिसके बाद गायक राजीव अरोड़ा के गीत “मेरे नैना सावन भादो फिर भी मेरा मन प्यासा” ने श्रोताओं में उमंग और जोश भर दिया। इस दौरान हॉल श्रोताओं से खचाखच भरा था। फिर गीत आया रतन बुद्ध राजा का “आकर तेरी बाहों में शाम लगे सिंदूरी” ने तो श्रोताओं पर मानो ही जादू कर दिया‌। इस गाने पर जमकर तालियां बजी इनके बाद गीत लेकर आए गायक प्रेम कपूर “तुम बिन जाऊं कहां” ने तो हॉल में शमा बांध दिया। इनके बाद आए गायक राकेश वर्मा के गीत “मैं निगाहें तेरे चेहरे से हटाऊं कैसे” से तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।

इसी बीच कुछ गणमान्य लोग जैसे रॉयल मुकेश साहब, सलीम मुकेश, राजन अय्यर, अशोक श्रीवास्तव, रेनू पठानिया तथा रतन बुद्ध राजा को दुपट्टा पहनाकर उनका सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम के बाद फिर से गीत- संगीत का दौर शुरू हुआ और गायक रतन बुद्ध राजा सह गायिका रेनू पठानिया के साथ गीत लेकर आए “कोरा कागज था यह मन मेरा लिख दिया नाम इस पर तेरा” ने तो श्रोताओं को रंगीन बना दिया। जमकर तालियां बजाई, इन गायकों के अलावा गायक राकेश वर्मा एवं सुमन पंडित का गीत रोज-रोज आंखों तले, डॉक्टर सुब्रदो कुंडू का गीत लहरों की लहर उल्फत है जवान, संगीन भारद्वाज के गीत हमको जान से प्यारी है तुम्हारी आंखें, गायक बिजेंद्र कुमार के गीत माना हो के तुम इतनी हसीन, गायिका मीना सेठ के गीत दिल पर कोई जोर चलता नहीं, गायक विजय कटोरिया के गीत यह दुनिया यह महफिल मेरे काम की नहीं, गायक बुद्धि राजा के गीत अपनों आंखों में बसा कर, गायक जोरावर के गीत ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा और गायक विजेंद्र के गीत तेरी जवानी तपता महीना ए नाज नैना आदि ने श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया। सभी गायक गायिकाओं का श्रोताओं ने तालियां बजाकर हौसला बढ़ाया।

इन सभी गीतों को संगीत और धुन से सवांरा दा स्ट्रेंजर बैंड के कलाकारों ने जिनमें कुलदीप, किशन निगम, दुष्यंत, पिंटू दादा, रमन दुग्गल और जीतू रहे।

कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद सभी कलाकारों के द्वारा संयुक्त रूप से गाए गए गीत मिले सुर मेरा तुम्हारा से कार्यक्रम का 9:00 बजे सुखद समापन हुआ।