टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (22/05/2023): राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश पर सियासी घमासान छिड़ गया है। इसे लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के नेता एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। वहीं अब अरविंद केजरीवाल के समर्थन में विपक्षी दल भी सामने आने लगे हैं। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट कर अध्यादेश को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट में कहा है, “दिल्ली का अध्यादेश न्यायपालिका का अपमान है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का परिणाम है और लोकतांत्रिक-अन्याय का भी। भाजपा जानती है कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटों पर उसकी करारी हार होगी, इसीलिए जनता से पहले से ही बदला ले रही है। अध्यादेश के नाम पर ये जनादेश की हत्या है।”
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को केंद्र सरकार दिल्ली के अधिकारियों के तबादले के लिए एक अध्यादेश लेकर आई। इसके माध्यम से दिल्ली में अधिकारियों की तैनाती, तबादलों और विजिलेंस जुड़े मामलों के लिए राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण बनाने का फैसला किया गया है। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री, दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव और गृह सचिव शामिल होंगे। ये प्राधिकरण बहुमत के आधार पर निर्णय लेंगे और मतभेद की स्थिति में उपराज्यपाल का निर्णय अंतिम होगा।