टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (19 अगस्त 2023): यमुना में आई बाढ़ को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और आम आदमी पार्टी की अरविंद केजरीवाल सरकार के बीच लेटर वॉर जारी है। दरअसल दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में भारी बाढ़ का कारण बनने वाले प्रमुख कारकों पर पत्र लिखा है। साथ ही उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार की ओर से कथित खामियों को उजागर किया है। वहीं अब जल एवं सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल के इस पत्र का जवाब दिया है।
सौरभ भारद्वाज ने पत्र का जवाब देते हुए कहा कि एलजी ने नालों की आंशिक सफाई का जो निर्देश दिया था, जिसके कारण यमुना नदी के तल में भारी मात्रा में गाद जमा हो गई। सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि कई करोड़ रुपये की ये परियोजनाएं अवैज्ञानिक और अवैध थीं और मंत्री द्वारा अनुमोदित नहीं थीं। उपराज्यपाल के निर्देशन में दिल्ली सरकार के मंत्री और निर्वाचित सरकार के साथ कोई विवरण साझा किए बिना गाद निकालने और नालों/नदी के तल की सफाई की विभिन्न परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही थीं।
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि एलजी ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया कि हरियाणा सरकार पहले ही स्वीकार कर चुकी है कि उनके इंजीनियरों ने आईटीओ बैराज का रखरखाव नहीं किया और उन्होंने अपने मुख्य अभियंता को निलंबित कर दिया है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एचओडी सरकार से यह तथ्य छिपा रहे थे कि आईटीओ बैराज गेट जाम थे।
साथ ही उन्होंने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी को बाढ़ से बचाने के लिए हरियाणा सरकार ने हथिनीकुंड बैराज से पूर्वी यमुना नहर को सूखा रखते हुए भारी मात्रा में पानी दिल्ली की ओर भेजा। उन्होंने कहा कि अब यह देखना है कि क्या एलजी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू करेंगे।