देश में वन्य जीव संरक्षण को लेकर गरमाई सियासत, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम पर साधा निशाना

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (01/04/2023): कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि आज हम ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ की 50वीं सालगिरह मना रहे हैं। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी ने की थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य केवल टाइगर का संरक्षण ही नहीं था, बल्कि जंगल को भी सुरक्षित रखना था।

जयराम रमेश ने कहा कि कुछ महीने पहले वन्य जीव संरक्षण अधिनियम में संशोधन किया गया, कांग्रेस ने इसका विरोध किया था। इस संशोधन से हाथियों के व्यापार के दरवाजे खोले गए हैं। पिछले 50 साल में वन्य जीव संरक्षण और जंगल को बचाने के क्षेत्र में जो भी उपलब्धि हासिल हुई, वो सब खतरे में है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि कुछ दिन पहले वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 में संशोधन लाया गया था। इस संशोधन से हाथियों के व्यापार पर जो अंकुश लगया गया था उसका दरवाजा खोला जा रहा है। हाथी को 2010 में राष्ट्रीय हेरीटेज पुश का दर्ज़ा दिया गया था।

जयराम रमेश ने कहा कि इसमें सरकार को अधिकार दिया गया है कि किन हालात में हाथियों का व्यापार हो सकता है। यह बिल सलेक्ट कमेटी को भेजा जाएगा न कि स्थाई कमेटी को क्योंकि उसका अध्यक्ष मैं हूं। 50 साल में हमारे जंगलों, वन्य इलाकों को बचाने के लिए जो उपलब्धि हुई वह आज खतरे में है।

जयराम रमेश ने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष हर्ष चौहान ने पर्यावरण एवं वन मंत्री को 4 पन्नों की चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा था कि आप नियमों में जो संशोधन ला रहे हैं वो आदिवासियों के हित में नहीं हैं।।