सुप्रीम कोर्ट के सामने नाक रगड़कर माफी मांगते हैं और आज ढोंग करते हैं, स्मृति ईरानी का कड़ा प्रहार

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (28/03/2023): राहुल गांधी को सजा होने के बाद लगातार सियासी बवाल मचा हुआ है। बीजेपी लगातार कह रही है कि राहुल गांधी ने ओबीसी समाज का अपमान किया है। वहीं संसद से राहुल गांधी कि सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस कह रही है कि मोदी सरकार राहुल गांधी से डर चुकी है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि अपनी पॉलिटिकल बौखलाहट में राहुल गांधी का मोदी जी के प्रति विद्वेष, देश के अपमान में परिवर्तित हो चुका है। नरेंद्र मोदी का अपमान करते करते पूरे OBC समाज का अपमान करना भी उन्होंने उचित समझा।

स्मृति ईरानी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की इमेज पर प्रहार करने के लिए राहुल गांधी ने विदेश में झूठ बोला, देश में झूठ बोला संसद में झूठ बोला। ये वो व्यक्ति है जो सुप्रीम कोर्ट के सामने नाक रगड़ कर माफ़ी मांगते हैं और आज ढोंग करते हैं डरपोक ना होने का।

स्मृति ईरानी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि राहुल गांधी और गांधी परिवार ने दलित समुदायों का अपमान किया है। ओबीसी के बारे में राहुल की शर्मनाक टिप्पणी का गवाह पूरा देश है। इतना ही नहीं, कांग्रेस नेताओं ने माननीय राष्ट्रपति जी को भी नहीं बख्शा और गांधी परिवार के निर्देशों का पालन करने पर अपमानजनक टिप्पणी की। राहुल गांधी का राजनीतिक मनोविकार पूरे प्रदर्शन पर है। वह झूठ बोलने को अभ्यस्त है।

स्मृति ईरानी ने कहा कि इनका ना तो लोकतंत्र से सरोकार है, ना OBC समाज के प्रति कोई सम्मान रखते हैं। राहुल गांधी टार्गेट सिर्फ़ मोदी है और मोदी का टार्गेट देश का विकास है।राहुल गांधी ने अपने शब्दों में दावा किया कि नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी ताकत उनकी छवि है। राहुल गांधी ने सार्वजनिक रूप से दावा किया है कि वह नरेंद्र मोदी पर हमला करेंगे और उनकी छवि को खराब कर देंगे।

स्मृति ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार के किसी व्यक्ति ने नरेंद्र मोदी को धमकी दी हो। नरेंद्र मोदी ने इस चुनौती को केवल एक अनुरोध के साथ स्वीकार किया, और वह यह था कि गांधी परिवार उन पर हमला कर सकता है, लेकिन यह हमला राष्ट्र राज्य पर हमले में तब्दील नहीं होना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने इस चुनौती को केवल एक अनुरोध के साथ स्वीकार किया, और वह यह था कि गांधी परिवार उन पर हमला कर सकता है, लेकिन यह हमला राष्ट्र राज्य पर हमले में तब्दील नहीं होना चाहिए। लेकिन राहुल गांधी की राजनीतिक हताशा ऐसी है कि उनके ‘वादे’ पूरे नहीं हो सके और इसलिए उन्होंने अपना अभियान जारी रखा।।