पीएम मोदी भारत की संस्कृति को सहेजने का काम कर रहे हैं: जे.पी.नड्डा

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (28/12/2022): भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज यानी बुधवार को ओडिशा के कंधमाल में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ओडिशा की भूमि वीरों की भूमि है, शौर्य की भूमि है, तपस्वियों की भूमि है और ये साहस की भूमि है। मैं उत्कलमणि गोपबंधु दास, बक्सि जगबन्धु जी और वीर सुरेंद्र साई जी को नमन करता हूं। आज देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में छलांग लगाता हुआ आगे बढ़ रहा है। जिन लोगों ने भारत पर 200 साल राज किया, उस ब्रिटेन को पछाड़ कर भारत आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।

उन्होंने कहा कि IMF के मुताबिक, भारत में अति गरीबी 1 प्रतिशत से भी कम हो चुकी है। कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 80 करोड़ जनता को अन्न से परिपूर्ण रखा, जिसके परिणाम स्वरूप ये संभव हो पाया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार पीएम फसल बीमा योजना, पीएम मृदा स्वास्थ्य योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम किसान मानधन के माध्यम से ​देश ​के किसानों को सशक्त कर रही है।

उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से स्वच्छता और हाइजीनिक के बारे में बात की, तो यह कांग्रेस और बीजू जनता दल थे जिन्होंने उस महान भाषण का मजाक उड़ाया था। और अब वह समय आ गया है जब स्वच्छ भारत मिशन हमारी आने वाली पीढ़ियों को संजोने के लिए उपलब्धियों का एक ऐतिहासिक निशान छोड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार, भारत की संस्कृति को सहेजने का काम भी कर रही है। अयोध्या में राम जन्मभूमि का शिलान्यास हुआ, काशी विश्वनाथ और केदारनाथ का जीर्णोद्धार किया गया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के लिए भी बहुत कुछ किया है। 220 करोड़ का सेस्मिक सर्वेक्षण अभियान चल रहा है। महानदी बेसिन में कमर्शियल आयल का उत्पादन शुरू हुआ। आदिवासी बच्चों के लिए 87 एकलव्य स्कूल खोले गए। भुवनेश्वर का रेलवे स्टेशन नया बन रहा है। उसी तरीके से जल जीवन मिशन के अंतर्गत ‘हर घर जल’ पहुंचाने के लिए काम हो रहा है।

उन्होंने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक, ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराध दोगुने हो गए हैं।यहां मानव तस्करी सबसे ज्यादा हो रही है। आदिवासी और दलित भाइयों पर सबसे ज्यादा उत्पीड़न ओडिशा में हो रहा है।