नई दिल्ली। मोदी सरकार का कैबिनेट विस्तार अगस्त में हो सकता है. रक्षा मंत्रालय समेत 4 बड़े मंत्रालय इस समय खाली हैं. सूत्रों के मुताबिक जहां नए कैबिनेट विस्तार में कुछ नए चेहरे नजर आ सकते हैं वहीं काम ना करने वाले मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है.
मीडिया में चर्चा थी कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह रक्षा मंत्री बन सकते हैं. इसीलिए उन्हें गुजरात से राज्यसभा भेजा जा रहा है. लेकिन आज शाह ने इसे महज कयास ही करार दिया है. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी अध्यक्ष बनकर ही खुश हूं. लेकिन विधायक पद छोड़कर सांसद बनने के पीछे की रणनीति का अब तक उन्होंने या बीजेपी ने खुलासा नहीं किया है.
जेटली पर ज्यादा बोझ
इस समय अरुण जेटली के पास दो-दो अहम मंत्रालय हैं. वह पहले से ही वित्त मंत्रालय संभाल रहे हैं. बाद में उन पर रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी भी डाल दी गई. मनोहर पर्रिकर के इस्तीफा देने के बाद रक्षा मंत्रालय खाली हो गया था. इसे लेकर मोदी सरकार की आलोचना भी हो रही है. ऐसे वक्त पर जब डोकलाम में चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों में तनाव पसरा हुआ है, देश के पास एक फुलटाइम रक्षा मंत्री भी नहीं है.
वेंकैया ने छोड़ा पद
हाल ही में वेंकैया नायडू ने भी मंत्रिपद छोड़ा है. उपराष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार बनने के बाद उन्होंने शहरी विकास मंत्रालय और सूचना प्रसारण मंत्रिपद से इस्तीफा दिया था. इसके बाद शहरी विकास मंत्रालय स्मृति ईरानी को और सूचना प्रसारण मंत्रालय का जिम्मा नरेंद्र तोमर को सौंपा गया है.
लंबे समय से मोदी कैबिनेट में विस्तार की चर्चा है, लेकिन अब तक ये सिर्फ कयास ही साबित हुआ है. इस बार होने वाले कैबिनेट विस्तार में कई चौंकाने वाले नाम हो सकते हैं. यूपी के डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य के भी केंद्र में मंत्री बनने की खबरें उड़ी हैं. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बीएसपी सुप्रीमो मायावती को काउंटर करने के लिए उन्हें सांसद पद नहीं छोड़ने को कहा गया है.