टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (30/07/22): दिल्ली सरकार के द्वारा लाई गई नई शराब आबकारी नीति को दिल्ली सरकार ने वापस ले लिया। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ऐलान किया कि सोमवार से पुरानी शराब नीति लागू होगी। इसे लेकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार ने सीबीआई जांच के डर से शराब नीति को वापस ले लिया है।
दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा और मनोज तिवारी ने संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए कई गंभीर सवाल उठाए और कहा कि जब सरकार शराब नीति लाई थी तो वापस लेने की क्या जरूरत है। और यह वापस ली है तो इसका मतलब यह है कि अरविंद केजरीवाल को पता है कि इसमें भ्रष्टाचार हुआ है, और भ्रष्टाचार जांच के डर से इन्होंने शराब नीति को वापस ले लिया है।
सांसद प्रवेश सिंह वर्मा ने कहा कि जब राजधानी दिल्ली में कोरोना का कहर था लोग ऑक्सीजन और अस्पताल के लिए तड़प रहे थे तब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया मिलकर शराब की नई नीति बना रहे थे। शराब नीति की सीबीआई जांच होगी और मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल को जेल जाने से कोई बचा नहीं सकता है।
मनोज तिवारी ने कहा कि जिस तरीके से बीजेपी के एक-एक कार्यकर्ता ने इस नीति का विरोध किया है उसका यह परिणाम है कि सरकार को इस शराब नीति को वापस लेना पड़ा। केजरीवाल के पास भले ही मंत्रालय का कोई भी विभाग नहीं है लेकिन वह दिन दूर नहीं जब अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया सलाखों के पीछे होंगे।
सांसद प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब के ठेकेदारों से लाइसेंस देने के नाम पर 20 20 करोड़ रुपए कैस लेते हैं और उसी पैसे का इस्तेमाल पंजाब और गोवा के चुनाव में करते हैं। प्रवेश वर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को मालूम होता है उनके कौन से मंत्री जेल जाने वाले हैं क्योंकि वह अंतर्यामी है।
प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल से कहा कि अगर आप को जेल जाने से बचना है तो जल्द से जल्द स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पार्टी से बर्खास्त करें उनको मंत्रालय से तुरंत निकालें। क्योंकि सीबीआई की जब जांच होगी तो और अंदर तक जांच की टीम जाएगी और जो जो भ्रष्टाचार हुआ है वह एक दिन उजागर होगा।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सब पता होता है कि कब कौन जेल जाने वाला है कौन सी योजना में कब घोटाला हुई है और यह अपने मंत्रियों को कट्टर इमानदार और कट्टर देशभक्त का सर्टिफिकेट देते फिरते रहते हैं। लेकिन अब पूरा जान गया है की सबसे ज्यादा भ्रष्ट मंत्रियों की फौज दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में है।