दिल्ली सरकार ने वापस ली नई शराब नीति, सिसोदिया बोले बीजेपी का मकसद है दिल्ली में अवैध शराब का धंधा

Manish Sisodia

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (30/07/22): दिल्ली सरकार द्वारा लाई गई नई शराब नीति को सरकार ने वापस ले ली है, इसकी घोषणा करते हुए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। मनीष सिसोदिया ने कहा की नई शराब नीति से बीजेपी का भ्रष्टाचार ख़त्म हो जाता और साल में 9,500 Cr का टैक्स आता।

सिसोदिया ने कहा की बीजेपी ने ईडी और सीबीआई की प्राइवेट दुकानदारों को धमकी देकर दुकानें बंद करवा दी। आज दिल्ली में 468 दुकान चल रही हैं। सिसोदिया ने कहा की बीजेपी का मक़सद है कि बिकने वाली वैध शराब की क़िल्लत हो, और अवैध शराब बिके। वे चाहते हैं कि दिल्ली में कानूनी शराब की दुकानें बंद हों और अवैध दुकानों से पैसा कमाया जाए। हमने नई शराब नीति को रोकने का फैसला किया है और सरकारी शराब की दुकानें खोलने का आदेश दिया है।

सिसोदिया ने कहा की हमने शराब दुकानों की पारदर्शी तरीके से नीलामी की। पहले दिल्ली में 850 दुकानें थी। नई पॉलिसी में हमने तय किया कि एक भी ज्यादा दुकान नहीं खोलेंगे। पहले इन दुकानों से सरकार को 6000 करोड़ की आय होती थी। पारदर्शी तरीके से नीलामी के बाद अब 9500 करोड़ की आय सरकार को हो रही थी।

 

दिल्ली में 2021-22 की एक्साइज पॉलिसी लागू होने से पहले ज्यादा सरकारी दुकानें थी। सरकारी दुकानों के जरिए शराब बिकती थी और बहुत घोटाला होता था। दिल्ली में कुछ निजी दुकानें थी लेकिन इसका लाइसेंस भी इन लोगों ने अपनों को ही दिया था। उनसे चार्ज भी कम लेते थे।

वहीं बीजेपी शासित प्रदेश गुजरात में जहरीली शराब से हुई मौत पर सिसोदिया ने कहा की गुजरात में नकली शराब से मौत का ये पहला मामला नहीं है। ये लोग कहते हैं कि हमने गुजरात में शराब बंद कर रखी है, लेकिन हर 2-3 साल में ऐसे मामले आते हैं। जब पड़ताल होती है तो पता चलता है कि इन्हीं के लोग वहां शराब बेचने और बनाने में शामिल थे।