दिल्ली के राज्य पक्षी ‘गौरैया’ को संरक्षित करने के उद्देश्य से गढ़ी मांडू में दिल्ली का पहला ‘गौरेया ग्राम’ विकसित किया गया है। शुक्रवार को दिल्ली के पर्यावरण एवं वन मंत्री गोपाल राय ‘गौरेया ग्राम’ का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जैसे देश का राष्ट्रीय पक्षी मोर है वैसे ही दिल्ली का राज्य पक्षी गौरैया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार बहुत प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में और भी जीव-जंतु और पक्षियों के लिए और भी बेहतर अनुकूल वातावरण तैयार करेंगे जिससे कि वो भी वातावरण में रह सके। उन्होंने कहा कि ‘गौरैया ग्राम’ दिल्ली में पहली बार स्थापित किया गया है इसके लिए उन्होंने पूरी विभाग के टीम को बधाई दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे इसका विस्तार पूरी दिल्ली में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो प्रदूषण की स्थिति बनी है और दिल्ली में जिस तरह से कीटनाशक का उपयोग किया जा रहा है उससे पक्षियों और गौरैया की संख्या धीरे-धीरे कम होते जा रहा है। उसे देखते हुए दिल्ली के अंदर ‘गौरैया ग्राम’ गढ़ी मांडू में स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए प्रयास किया जा रहा है कि गौरैया यहां पर आए और उनको इकोलॉजिकल सिस्टम सपोर्ट मिले जिससे कि वह जिंदा रह सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए उनके अनुकूल यहां पर वृक्षारोपण किया गया है और उनके खाने के लिए जिस प्रकार की वृक्षों और वनस्पतियों की जरूरत है उसके यहां पर लगाया गया है। उन्होंने कहा कि जिस कीड़े को खाकर वह जिंदा रहती हैं उसके लिए एक किचन तैयार किया गया है और जहां से वे अपना भोजन ग्रहण करके जिंदा रह सके। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के वनस्पतियों को यहां पर लगाया गया है उससे धीरे-धीरे यहां पर तितलियों का आना भी शुरू हुआ है।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है ना सिर्फ दिल्ली के ग्रीन बेल्ट को बढ़ाना बल्कि उसके साथ-साथ यहां के जो इकोलॉजिकल सिस्टम है, जो जीव-जंतु और पक्षी है, ये सभी मिलकर ब्रह्मांड के सिस्टम को बैलेंस करते हैं। उन्होंने कहा कि उस दिशा में आज यहां पर ‘गौरैया ग्राम’ की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि इस पहल को दिल्ली के और भी हिस्सों में लेकर जाएंगे।