WHO की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना से 47 लाख मौते हुई है, भारत सरकार पर झूठा आंकड़ा पेश करने का युथ कांग्रेस ने लगाया आरोप

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (09/05/22): WHO कि रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना से 47 लाख मौते हुई है, केंद्र सरकार ने देश की जनता से आखिर ये आंकड़े क्यों छुपाए और इन मौतों का जिम्मेदार कौन है? भारत सरकार के इस झूठ और मृतकों के परिजनों को ₹4लाख की मुआवजे की मांग को लेकर जंतर मंतर पर युवा कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन किया।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि बीजेपी सरकार ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए आंकड़ों पर पर्दा किया। मगर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बीजेपी के झूठ को बेनकाब कर दिया है। बीजेपी सरकार वास्तविक आंकड़ों को कब बताएगी?

विश्व स्वास्थ्य संगठन जिसकी प्रमाणिकता और विश्वसनीयता पर दुनिया का हर देश विश्वास करता है, वो कहती है कि कोरोना मौतों के मामले में दुनिया में दूसरा सबसे झूठा डाटा भारत सरकार ने दिया है।

भारतीय युवा कांग्रेस के लोगों ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा दिए गए आंकड़े और डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों में जमीन-आसमान का अंतर है। WHO ने जो आंकड़े दिए हैं, वैज्ञानिक आधार पर उनकी गणना की गई है और सरकार ने जो आंकड़े दिए हैं, किस आधार पर उनकी गणना की गई है, ये तो मोदी सरकार ही बता सकती है।

उन्होंने यह मांग की कि भारत सरकार तुरंत प्रभाव से उन सभी परिवारों को ₹4 लाख का मुआवजा दे, जिनकी मौत कोरोना के दौरान हुई और कोविड कमीशन की तत्काल स्थापना की जाए, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के सदस्य हों और जो एक टाइम बाउंड मैनर में देश के सामने रखें कि कितने लोगों ने जान गंवाई, कौन कौन दोषी थे?

यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोरोना मृतकों की संख्या का मोदी सरकार का आकलन झूठ की परकाष्ठा है। उन्होंने यह भी कहा की केंद्र सरकार अपना फर्ज निभाए और हर पीड़ित परिवार को ₹4 लाख का मुआवजा उनकी मदद के लिए उपलब्ध करवाए।