टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली, (06/08/2023): पिछले कई महीनों से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। मणिपुर वासियों को अभी भी सरकार से उम्मीदें हैं कि सरकार इस हिंसा को रोकने में सहायक भूमिका निभाएगी। मणिपुर हिंसा में कई लोगों की जान चली गई। हिंसा की आग में धधक रहा मणिपुर आज भी सरकार से गुहार लगा रहा है कि अब मणिपुर को बचा लिया जाए।
आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर मलिकपुर में हो रही हिंसा के खिलाफ मैतेई लोगों ने प्रदर्शन किया। जंतर मंतर पर प्रदर्शन में शामिल लोगों ने टेन न्यूज से कहा कि यह सभी कूकियों के खिलाफ नहीं है बल्कि युद्ध विराम समझौते का उल्लंघन करने वाले उग्रवादियों के खिलाफ आज हम प्रदर्शन कर रहे हैं।
जंतर मंतर पर जारी प्रदर्शन के बीच लोगो ने कहा कि सरकार से हम लोग अपील करते हैं कि बहुत हो गया मणिपुर भारत का अभिन्न अंग है और इसे बचा लिया जाए। हम राष्ट्रपति शासन या सीएम के इस्तीफे की मांग नहीं कर रहे हैं बल्कि हम मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा में हस्तक्षेप करें और उचित कार्रवाई करते हुए मामला शांत करवाया जाए।
आपको बता दें कि मैतेई संगठनों ने आज चिन-कुकी नार्को आतंकवादियों के खिलाफ अपने आंदोलन को मणिपुर से राष्ट्रीय राजधानी तक ले जाने का फैसला भी किया। प्रदर्शन के माध्यम से मांग किया गया कि कुकी विद्रोही समूहों के साथ ऑपरेशन निलंबन समझौते को रद्द करना और भारत-म्यांमार सीमा की रक्षा के लिए असम राइफल्स के स्थान पर ईमानदार सुरक्षा बल की नियुक्ति करना दो प्रमुख मांगें हैं।
जंतर मंतर पर जारी प्रदर्शन में मणिपुर के लोग जो दिल्ली में रहते हैं वह हजारों की संख्या में जुटे और उनका सीधे तौर पर मांग है कि जल्द से जल्द मणिपुर में शांति बहाल की जाए। मणिपुर हिंसा को लेकर लगातार विपक्ष की तरफ से सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं।।