टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (18/05/2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरूवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो 2023 के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने लकड़ी से बनी डांसिंग गर्ल का उद्घाटन और ग्राफिक नोवेल- संग्रहालय में एक दिन, भारतीय संग्रहालयों की निर्देशिका, कर्तव्य पथ के पॉकेट मानचित्र और संग्रहालय कार्ड का विमोचन किया। साथ ही उन्होंने नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक में आगामी राष्ट्रीय संग्रहालय के एक वर्चुअल वॉकथ्रू का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “जब हम किसी संग्रहालय में जाते हैं तो हमें बीते हुए कल से हमारा परिचय हो रहा होता है। संग्रहालय में जो दिखता है वो तथ्यों के आधार पर होता है। संग्रहालय में एक ओर अतीत से प्रेरणा मिलती है तो दूसरी ओर भविष्य के प्रति अपने कर्तव्य का बोध होता है।”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि “गुलामी के सैकड़ों वर्षों के लंबे कालखंड ने भारत का एक नुकसान ये भी किया कि हमारी लिखित-अलिखित बहुत सारी धरोहर नष्ट कर दी गई। ये सिर्फ भारत का नुकसान नहीं हुआ है, ये पूरी दुनिया का नुकसान हुआ है। लोगों में धरोहरों के प्रति जागरूकता की कमी ने इस क्षति को ज्यादा बढ़ा दिया इसलिए आज़ादी के अमृतकाल में भारत ने जिन ‘पंच-प्राणों’ की घोषणा की है, उनमें अपनी विरासत पर गर्व प्रमुख है। अमृत महोत्सव में हम भारत की धरोहरों को सरंक्षित करने के साथ ही नई सांस्कृतिक बुनियादी ढांचा बना रहे हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि “स्वाधीनता संग्राम में अपने जनजातीय समुदाय के योगदान को अमर बनाने के लिए हम 10 विशेष म्यूजियम बना रहे हैं। ये पूरे विश्व में एक ऐसी अनूठी पहल है जिसमें जनजातीय विविधता की व्यापक झलक दिखने वाली है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “हमने राजधानी दिल्ली में देश के सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की यात्रा और योगदानों को समर्पित पीएम म्यूज़ियम बनाया है। आज पूरे देश से लोग आकर पीएम म्यूज़ियम में आज़ादी के बाद की भारत की विकास यात्रा के साक्षी बन रहे हैं।”