कर्नाटक के जश्न में डूबी कांग्रेस का जालंधर और यूपी निकाय चुनाव परिणाम ने बढ़ाया टेंशन

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (13/05/2023): कर्नाटक में जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी की जीत हुई है वो इस दौर में कांग्रेस के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। कांग्रेस दफ्तर में जश्न का माहौल है, कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है, ढोल नगाड़े के साथ मिठाइयां बांटी जा रही है, पटाखों की गूंज के बीच कार्यकर्ता जश्न में डूबे हुए हैं। कांग्रेस पार्टी के हर नेता इस जीत का श्रेय राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा को दे रहे हैं।

2024 लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक चुनाव परिणाम को कांग्रेस पार्टी सेमीफाइनल भी बता रही है। वर्षों से केंद्र और राज्य की सत्ता से बेदखल कांग्रेस पार्टी दफ्तर में आज वर्षों बाद जश्न का माहौल देखने को मिला है। लेकिन इस सब के बीच पंजाब के जालंधर में हुए लोकसभा उपचुनाव के परिणाम ने कांग्रेस पार्टी के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है।

लगभग 24 साल बाद पंजाब की जालंधर सीट पर कांग्रेस साफ हो गई है। आम आदमी पार्टी के सुशील कुमार रिंकू जालंधर लोकसभा उपचुनाव जीत गए हैं। इसी के साथ लोकसभा में पंजाब से फिर AAP का खाता खुल गया है। आपको बतादें कि 1999 से जालंधर सीट पर कांग्रेस का कब्जा था।

जालंधर जीत के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की दिल्ली में मुलाकात हुई। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जालंधर की ऐतहासिक जीत पर पंजाब के लोगों को बधाई देता हूं। जालंधर सीट कांग्रेस का गढ़ रही है, यहां 60 में से 50 साल कांग्रेस का राज रहा है। हम काम की राजनीति करते हैं, और काम के नाम पर ही वोट मांगते हैं। ये जालंधर का मूड हीं ही नहीं, पूरे पंजाब का मूड है।

वही प्रेस वार्ता में पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि जालंधर सीट 50 साल से कांग्रेस पार्टी की सीट थी। कांग्रेस को लगता था कि ये उनकी सीट है तो लोग उन्हें ही वोट देंगे।इनका कोई बड़ा नेता वोट मांगने ही नहीं आया। लेकिन अब ऐसा नहीं है, 2024 में भी हम 13 की 13 लोकसभा सीट जीतेंगे।

कर्नाटक जीत के जश्न में डूबी कांग्रेस पार्टी के लिए जालंधर लोकसभा उपचुनाव के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में हुए निकाय चुनाव के परिणाम कांग्रेस पार्टी के लिए संतोषजनक नहीं है। कांग्रेस पार्टी कर्नाटक जीत के जश्न में डूबी है लेकिन उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के परिणाम और जालंधर में हुए लोकसभा उपचुनाव के परिणामों ने कांग्रेस पार्टी के अंदर खेमे में एक झटका जरूर दिया है।