दिल्ली पुलिस पर DCW की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने उठाए कई सवाल, कहा – मेरे साथ बदतमीजी की

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (04/05/2023): दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच बुधवार रात को झड़प हो गई। जिसके बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल रात में ही पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचीं लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस पर स्वाति मालीवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है। स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो भी इन प्रदर्शनकारी पहलवानों की मदद करेगा उनको दिल्ली पुलिस डराएगी और धमकाएगी। साथ ही उन्होंने दिल्ली पुलिस पर बदतमीजी और अपने काम में बाधा डालने का आरोप लगाई है।

स्वाति मालीवाल ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि “मैं यहां पर रात में 12:00 बजे पहुंची में लड़कियों से मिलना चाहती थी क्योंकि ये सेक्सुअल हरासमेंट का केस है। मैं समझना चाहती थी कि उनके साथ क्या हो रहा है और उनकी क्या मदद की जा सकती है। मैं अकेली थी और मेरे साथ सिर्फ एक और काउंसलर थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने मुझे लड़कियों से मिलने नहीं दिया। मेरे साथ बदतमीजी की गई। मुझे धक्का मारा गया। मुझे बड़ी बुरी तरीके से खदेड़ कर मुझे गाड़ी में बिठा कर वो लोग जबरदस्ती पुलिस स्टेशन ले गए। रात भर मुझे पुलिस स्टेशन में बिठाया गया।”

उन्होंने आगे कहा कि “मैं समझ नहीं पा रही कि दिल्ली पुलिस इतनी गुंडागर्दी पर क्यों उतर रही है। बृजभूषण एक गुंडा है जिसकी जगह सीधी-सीधी जेल है। उसको जेल से बचाने के लिए दिल्ली पुलिस ने आज ये हाल कर रखा है कि ओलंपियाड रेसलर सड़कों पर बैठी है और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष को पुलिस स्टेशन में डिटेन किया गया।”

दिल्ली पुलिस का कहना है कि “कल रात को सोमनाथ भारती यहां पर बेड लेकर आए, जिसकी अनुमति नहीं थी और जबरदस्ती बेड को अंदर ले जाने की कोशिश की गई और तभी झड़प हो गया इस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वाति मालीवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस के हिसाब से किसी ने कुछ भी गलत किया है तो उसके ऊपर वह इन्वेस्टिगेशन करें। पर मैं तो दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष हूं। मेरा हक बनता है इन लड़कियों से मिलना और मेरी ड्यूटी बनती है लड़कियों से मिलना।”

उन्होंने दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि “मेरे को मेरे सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के लिए दिल्ली पुलिस ने ये गुंडागर्दी क्यों करी। क्यों दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष अकेले एक काउंसलर के साथ लड़कियों की शिकायत पर लड़कियों से मिल नहीं सकती। मुझे लगता है कि दिल्ली पुलिस एक डर का माहौल बना रही है। आज भी अगर देखें तो इस जगह को पूरी छावनी बना रखा है। रेसलर बाहर नहीं जा पा रहे हैं कोई अंदर नहीं आ पा रहा है तो ये छावनी क्यों बनाई जा रही है। दिल्ली पुलिस एक मैसेज दे रही है। वो मैसेज यह है कि जो लड़कियों की मदद करेगा, उनको दिल्ली पुलिस डराएगी और धमकाएगी।”