टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (03/03/2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को ‘मिशन मोड में पर्यटन का विकास’ पर बजट के बाद वेबिनार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार ने बॉर्डर किनारे बसे गांवों के लिए ‘वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज योजना’ शुरू किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “आज का नया भारत नए कार्य संस्कृति के साथ आगे बढ़ रहा है, नए बजट की खूब तारीफ हुई है। देश के लोगों ने इसे बहुत सकारात्मक तरह से लिया है। अगर पुराना बजट होता तो इस तरह के वेबिनार के बारे में कोई नहीं सोचता। जो लक्ष्य बजट में तय किए गए हैं उन्हें प्राप्त करने में ये वेबिनार उत्प्रेरक की तरह काम करता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “भारत में हमें पर्यटन सेक्टर को नई ऊंचाई देने के लिए अलग सोचना होगा और दीर्घकालिक योजना बना कर चलना होगा। जब भी कोई टूरिस्ट डेस्टिनेशन को विकसित करने की बात आती है तीन सवाल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। पहला उस स्थान की संभावना क्या है? दूसरा यात्रा में आसानी के लिए वहां की अवसंरचनात्मक आवश्यकता क्या है और उसे कैसे पूरा करेंगे? तीसरा पदोन्नति के लिए नया क्या करेंगे?”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “भारत के संदर्भ में देखें तो टूरिज्म का दायरा बहुत बड़ा है। सदियों से हमारे यहां यात्राएं होती रही हैं, ये हमारे सांस्कृतिक-सामाजिक जीवन का हिस्सा रहा है। जब संसाधन नहीं थे, तब भी कष्ट उठाकर लोग यात्राओं पर जाते थे।चारधाम यात्रा, द्वादश ज्योर्लिंग की यात्रा, 51 शक्तिपीठ की यात्रा, ऐसी कितनी ही यात्राएं हमारे आस्था के स्थलों को जोड़ती थीं। हमारे यहां होने वाली यात्राओं ने देश की एकता को मजबूत करने का भी काम किया है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “जब यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ती हैं, तो कैसे यात्रियों में आकर्षण बढ़ता है, उनकी संख्या में भारी वृद्धि होती है, ये भी हम देश में देख रहे हैं। भारत के विभिन्न स्थलों में अगर नागरिक सुविधाएं बढ़ाई जाएं, वहां डिजिटल कनेक्टिविटी अच्छी हो, होटल-हॉस्पिटल अच्छे हो, गंदगी का नामो-निशान ना हो, बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर हो तो भारत के टूरिज्म सेक्टर में कई गुना वृद्धि हो सकती है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “ये वो समय है, जब हमारे गांव भी टूरिज्म का केंद्र बन रहे हैं। बेहतर होते इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण अब दूर-सुदूर के गांव टूरिज्म मैप पर आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने बॉर्डर किनारे बसे गांवों के लिए ‘वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज योजना’ भी शुरू की है।”