टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (02/02/2023): दिल्ली के जंतर मंतर पर आज उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से पहुंचे मनरेगा कर्मचारियों ने मोदी सरकार के खिलाफ प्रचंड प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे कर्मियों की मांग है कि मनरेगा योजना में वर्षों से कार्य कर रहे मनरेगा कर्मियों को उनके निष्ठापूर्वक सेवा को देखते हुए उन्हें वेतनमान और सेवा स्थाई करते हुए सरकारी सेवक घोषित करने हेतु मनरेगा एक्ट में संशोधन किया जाए।
धरने में शामिल अखिल भारतीय मनरेगा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विश्वासभाजन चिदानन्द कश्यप ने बताया कि विदित हो कि मनरेगा एक्ट बनाकर सभी राज्यों को मनरेगा कार्य के सफल क्रियान्वयन के लिए मनरेगा में कर्मियों एवं पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए गाइडलाइन जारी किया गया था जिसमें रोजगार सेवक GRS, PRS, FA’S, तकनीकी सहायक TA, PTA, Computer Operator, BFT अभियंता गण JE, AE, EE, कार्यक्रम पदाधिकारी PO, APO, BPO अकाउंटेंट मनरेगा में संविदा पर कार्यरत सभी संवर्गों के कर्मी सम्मिलित थे।
चूंकि संविदा पर कुछ माह के लिए बहाली की गई थी लेकिन संविदा पर कार्य करते हुए इन कर्मियों को लगभग 16 वर्ष हो गए हैं। ऐसे में इतना लंबे समय तक अल्प मानदेय और संविदा पर ही कार्य करते रहने के कारण इनकी आर्थिक, सामाजिक और शारीरिक स्थिति बहुत दयनीय हो गई है। बहुत से कर्मी तनाव और दबाव के कारण मृत्यु को प्राप्त हो गये हैं। बहुत से कर्मी कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं किंतु इसके इलाज के लिए मनरेगा में कोई प्रावधान नहीं रहने से उनके परिवार की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है, जो कि एक कल्याणकारी सरकार में उचित नहीं है। श्रीमान से नम्र निवेदन है कि मनरेगा कर्मियों के प्रति सहानुभूति पूर्वक और मानवता को ध्यान में रखकर विचार करते हुए मनरेगा कर्मियों को उनका हक एवं सम्मान वेतनमान एवं सेवा स्थायीकरण लागू कर देने की कृपा की जाए इसके लिए पूरे देश के मनरेगा कर्मी परिवार सहित आपके सदैव आभारी रहेंगे।।