शिक्षक कल्याण फाउंडेशन द्वारा अखिल भारतीय शिक्षक वार्षिक सम्मेलन 2022 का आयोजन

टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (29 दिसंबर 2022)

राजधानी दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में शिक्षक कल्याण फाउंडेशन ने मंगलवार, 27 दिसंबर 2022 को अखिल भारतीय शिक्षक वार्षिक सम्मेलन 2022 का आयोजन किया।

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, कानून एवं न्याय राज्य मंत्री एस. पी सिंह बघेल एवं विशिष्ट अतिथि बतौर जनसेवा समिति के अध्यक्ष सूरजभान चौहान उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई, साथ ही संस्था के अध्यक्ष एवं पूर्व अपर आयुक्त केंद्रीय विद्यालय यू.एन.खवाडे; संस्था के सीईओ एन.के. सेठ, संस्था के नेशनल कन्वेनर जगदीश कुमार विग ने सभी अतिथियों का परंपरागत रूप से स्वागत किया। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया।

SKF के समन्वयक जगदीश कुमार विग् ने कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, शिक्षा का परिदृश्य 2025 , शिक्षक कल्याण , शिक्षा की गुणवत्ता आदि विषय पर व्यापक चर्चा करी ।

कार्यक्रम में मंच से संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने अपने संबोधन में कहा कि दो विषयों का उल्लेख इस कार्यक्रम में किया गया है, एक है अंत्योदय और दूसरा है सामाजिक न्याय। जब अटल बिहारी वाजपेई भारत के प्रधानमंत्री बने तो पहली बार देश में अंत्योदय के बारे में बात हुई, और आज जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने है तो अंत्योदय की चर्चा पूरे देश में हो रही है। झोपड़ी में रहने वाला उसके लिए मकान, गरीब लोगों के लिए 5 लाख रुपए आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य के लिए मदद किया जा रहा है, आज विदेश जाकर मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों संख्या दोगुनी हो गई है।
आगे उन्होंने कहा कि बहुत बार लोगों के सुझाव आते हैं जब वो गरीब की बात करते हैं, दलित की बात करते हैं, आदिवासियों की बात करते हैं, दिव्यांग की बात करते हैं। तो याद आता है कि जब वाजपेई अंत्योदय योजना की बात करते थे तो यही लोग कहते थे कि वाजपेई आप कैसे कर पाएंगे। आज पूरे भारत में हमने इसको मूर्त रूप देने का काम किया है।

कार्यक्रम में भाग लेते हुए कानून एवं न्याय राज्य मंत्री एस. पी. सिंह बघेल ने आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शिक्षक का महत्व, समाजिक न्याय के प्रति कई बातें की गई। “वो सभी माताएं अपने बच्चों की शत्रु हैं और पिता बैरी है,जो अपने बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं।” संविधान निर्माता एवं महान विचारक डॉ भीम राव अंबेडकर के तीन शब्दों का उदाहरण देते हुए श्री बघेल ने कहा बाबा साहेब ने केवल तीन शब्द कहे थे,जो सभी सिद्धांतो पर भारी है। और वो शब्द है शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।

आगे उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने का तरीका गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अलावा दूसरा कोई साधन नहीं था और बाबा साहेब ने जब यह बात कही थी उस समय भारत में 90 फीसदी गांव थे और 10 फीसदी शहर हुआ करता था। उस दौर में देश की आधा आबादी को उतना ही पढ़ाया जाता था जितने तक का स्कूल गांव में हुआ करता था। जिस देश की आधी आबादी अशिक्षित होगी, उस देश का उन्नति कैसे हो सकता है।

उक्त कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल टेन न्यूज नेटवर्क के संस्थापक गजानन माली ने कहा कि जिस प्रकार से भारत सरकार द्वारा कॉलेज एवं विश्वविद्यालय को अखिल भारतीय स्तर पर NIRF की रैंकिंग प्रदान की जाती है, ठीक उसी प्रकार सभी केंद्र सरकार , राज्य सरकार , ऐडेड विद्यालय , पब्लिक स्कूल्स सहित सभी विद्यालयों को भी गुणवता एवं क्षमता के उचित मापदंड पर रैंकिंग प्रदान करने का सुझाव दिया । विद्यालयी शिक्षा – शिक्षा की नींव है इसलिए शिक्षक कल्याण फाउंडेशन को इस पर एक कैंपेन भी चलाने का विनम्र आवाहन किया ।

साथ ही श्री माली ने कहा कि यदि विद्यालयों को भी रैंकिंग प्रदान की जाती है तो इससे विद्यालयों में एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा का भाव पनपेगा, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों का समग्र विकास संभव हो सकेगा।

साथ ही कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, शिक्षा एवं शिक्षक का महत्व आदि विषयों पर कई आमंत्रित वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।

 

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