नई दिल्ली, 8 अक्टूबर, 2022 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा सीएनजी/पीएनजी की दरों में 3 रुपये प्रति किलो की वृद्धि करके बढ़ती महंगाई में दिवाली से पूर्व लोगों पर अतिरिक्त बौझ डालने का दिल्ली कांग्रेस विरोध करती है और मांग करती है कि सरकारें तेल और गैस का जो खेल चला रही हैं उसे बंद करें और सीएनजी/पीएनजी की बढ़ी हुई दरें तुरंत प्रभाव से वापस लेकर जनता को राहत प्रदान करें। उन्होंने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार और प्रवासी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली सरकार की असंवेदनशीलता के कारण पेट्रोल-डीजल और सीएनजी की दरों का अंतर लगातर खत्म होता जा रहा है, जो बढ़ती महंगाई के लिए सबसे बड़ा कारक है। संवाददाता सम्मेलन में कम्युनिकेशन विभाग के वाईस चेयरमैन श्री अनुज आत्रेय भी मौजूद थे।
प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए अनिल भारद्वाज ने कहा कि 1998 में कांग्रेस की शीला सरकार आने के बाद जिन उद्ेश्यों से प्रदूषण को कम करने के लिए स्वच्छ पर्यावरण के लिए वाहनों को डीजल की जगह सस्ती सीएनजी से चलाने की पहल की थी, आज बढ़ती सीएनजी की दरों से वह प्रयास विफल हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने सभी व्यवसायिक और निजी वाहनों को सीएनजी कृत करके प्रदूषण सुधार में क्रांतिकारी बदलाव किए थे, परंतु दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल द्वारा हर वर्ष प्रदूषण रोकथाम के दिखावी प्रयासों के कारण प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना रहता है। उन्होंने कहा कि सीएनजी की दरों में 3 रुपये प्रति किलों की बढ़ोत्तरी से ऑटो, टैक्सी, मालभाड़ा में बढ़ोत्तरी होना दिल्ली की जनता पर महंगाई का एक और कुठाराघात है।
श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि प्रवासी अरविन्द केजरीवाल को दिल्ली की जनता द्वारा तीन बार मुख्यमंत्री बनाने के बावजूद दिल्लीवाले खाली हाथ है क्योंकि केजरीवाल ने दिल्ली वालों के हितों और अधिकारों के लिए जो वायदे किए थे, वे उनके विरुद्ध काम कर रहे हैं और दिल्ली के हालात लगातार बदतर हो रहे है। उन्होंने कहा कि सितम्बर के आखिरी सप्ताह में डेंगू के 412 मामले सामने आना दिल्ली के लिए चिंताजनक है, जबकि दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार हालात की वास्तविकता को नजरअंदाज कर रही है जिसके कारण दिल्ली में दिन प्रतिदिन जल जनित वैक्टिरियां बढ़ने की मामलों से दिल्लीवासियों में डर का माहौल है। उन्होंने कहा कि अरविन्द सरकार और दिल्ली नगर निगम की अनदेखी के कारण दिल्ली में डेंगू के मामले डराने लगे है। पिछले वर्ष की तुलना में 5 अक्टूबर तक डेंगू के मामले दुगनी संख्या में सामने आए है, जिसके साथ दिल्ली सरकार के अस्पतालों में व्यवस्था की कमी भी उजागर हुई है।
श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दिल्ली की बद्तर हालातों की वास्तविकता को दरकिनार करके दूसरे राज्यों में चुनावी जमीन तलाश रहे है जबकि उनकी प्रथम जवाबदेही दिल्ली के प्रति बनती है, क्योंकि वे यहां के मुख्यमंत्री है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस दिल्ली की जनता के हितों की लड़ाई लड़ती रहेगी और सरकार की कमियों को दिल्ली की जनता के सामने उजागर करती रहेगी। उन्होंने कहा कि बढ़ते डेंगू और बुखार के मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार तुरंत निगरानी के लिए टास्क फोर्स बनाए ताकि जल जनित बीमारियों की रोकथाम की जा सके।