टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली (27/08/22): शराब पर दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार लगातार घिरती जा रही है, और कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर से आरोप लगाया है कि दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में भ्रष्टाचार में लिप्त मनीष सिसोदिया ने दिल्लीवासियों को गुमराह करने का काम किया है। शराब पर केजरीवाल सरकार की चुप्पी दर्शाती है कि भ्रष्टाचार में ये सरकार पूरे तरीके से लिप्त है।
शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा का एक दिवसीय सत्र बुलाया गया था, और कांग्रेस पार्टी मांग की थी कि इस सत्र में शराब घोटाले पर सरकार अपना रुख स्पष्ट करे। लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि विशेष सत्र में दिल्ली के आम आदमी पार्टी सरकार ने शराब घोटाले पर अपना स्पष्ट ना करते हुए सिर्फ अपनी तारीफ के कसीदे पढ़े हैं।
अनिल चौधरी ने फिर से कहा कि यदि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की शराब नीति इतनी बेहतरीन थी तो सीबीआई जांच के तुरंत बाद बिना चर्चा और विचार किए 2021-22 की नई आबकारी नीति को वापस क्यों लिया गया। अगर केजरीवाल और सिसोदिया को यह मालूम था कि शराब नीति ठीक नही है तो लागू क्यों की? उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया शराब घोटाले पर सदन को जवाब नहीं दिए।
अनिल चौधरी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में शराब घोटाले पर चर्चा होनी चाहिए थी इसपर केजरीवाल को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए था। लेकिन सिसोदिया ने सिर्फ अपने कसीदे पढ़े। अनिल चौधरी ने मांग किया कि तुरंत मनीष सिसोदिया अपने तत्काल पर प्रभाव से इस्तीफा दें।
अनिल चौधरी ने कहा कि भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद ढोंगी अरविंद केजरीवाल गांधी जी की आर में आकर छिपना चाहते हैं। मुद्दों से भटकाने के लिए ऑपरेशन लोटस का जिक्र करें केजरीवाल से मांग करते हैं कि आप उस नेता का नाम बताइए जिसने आप के विधायक से संपर्क करने का काम किया।