“राष्ट्रीय कवि संगम” द्वारा “जरा याद करो कुर्बानी, कवि सम्मेलन” का भव्य आयोजन। वीररस के अंतरराष्ट्रीय कवि डॉ हरिओम पंवार के पंक्तियों पर लगे “वन्दे मातरम् ” के नारे

टेन न्यूज नेटवर्क

दिल्ली (22/08/2022): 16 अगस्त, मंगलवार को राष्ट्रीय कवि संगम एवं इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन के संयुक्त सहयोग से ” जरा याद करो कुर्बानी कार्यक्रम, कवि सम्मेलन ” ICCR के आजाद भवन नई दिल्ली में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ विनय सहस्रबुद्धे ( सांसद , राज्यसभा व अध्यक्ष I.C.C.R ) तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता ख्वातिप्राप्त लेखक एवं मोटिवेटर शिव खेड़ा ने किया।

वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जगदीश मित्तल ( राष्ट्रीय अध्यक्ष , राष्ट्रीय कवि संगम ) व सम्राट शंकर जादूगर ( विश्वप्रसिद्ध जादूगर व संरक्षक , रा.क. स.) और अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में पद्म भूषण डॉ बिंदेशवर पाठक ( संस्थापक व फाउंडर , सुलभ इंटरनेशनल ) उपस्थित रहे। वहीं कार्यक्रम में मंच का संचालन अपने अनोखे अंदाज में कवि जुगलबंदी के साथ राशिक गुप्ता ने किया।

 

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई, जिसमें शहीदों को नमन करते हुए प्रतिष्ठित एवं विख्यात वीर रस के कवि डॉ हरिओम पंवार, सुदीप भोला ( सुप्रसिद्ध कवि ), डॉ अशोक बत्रा ( सुप्रसिद्ध कवि ), डॉ प्रवीण शुक्ल ( सुप्रसिद्ध कवि ), रसिक गुप्ता ( सुप्रसिद्ध कवि ), आशीष मिश्रा ( संयोजक यूके रा.क.स. ), पी . के . आजाद ( सुप्रसिद्ध कवि ), सरला मिश्रा ( सुप्रसिद्ध कवित्री ), विकास आरोही ने कव्य पाठ किया।

उपेन्द्र पांडेय ( सुप्रसिद्ध कवि ) ने अपनी देश भक्ति से सजी हुई कविताएं श्रोताओं तक पहुंचाई। कविता के जरिए बलिदान की कहानी सुन श्रोताओं ने शहीदों को याद कर नमन किया।

बता दें कि राष्ट्रीय कवि संगम कवियों, लेखकों व साहित्यकारों का अंतर्राष्ट्रीय मंच है। जो ध्येय वाक्य ” राष्ट्र जागरण, धर्म हमारा” को चरितार्थ करते हुए आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रीय कवि संगम ऐसे कवियों की पौध तैयार कर रहा है, जो राष्ट्र प्रेम से ओतप्रोत है। और राष्ट्रीय कवि संगम समय समय पर भव्य कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ( परमाध्यक्ष , परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश, उत्तराखंड व संरक्षक, यमुना परिवार ) का आशीर्वचन राष्ट्रीय कवि संगम को प्राप्त हुआ ।

 

कपिल गर्ग ( दिल्ली अध्यक्ष , राष्ट्रीय कवि संगम ) ने कहा कि राष्ट्रीय कवि संगम आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में उन शहीदों को नमन करता है, जिनके बलिदान के कारण भारत को स्वतंत्रता मिली। इन्हीं बलिदान की गाथाओं को गाने ओज के बड़े कवि हरिओम पंवार कार्यक्रम में आमंत्रित कवि के रूप में शामिल रहे। जहां श्रोताओं ने उन बलिदानों को याद किया जिनके वजह से आज वो खुली हवा में सांस ले रहे हैं।

आगे उन्होंने कहा कि जिन्होंने देश के लिए जान न्योछावर कर दी, आज का दिन उन वीर सपूतों के नाम है । लोग उन्हें याद कर नमन कर रहे हैं, और अपने भारतीयता का परिचय दे रहे हैं । राष्ट्रीय कवि संगम, दिल्ली प्रदेश आगे भी ऐसे ही प्रयास करता रहेगा, जहां वो इन वीर सपूतों को याद कर सकें। क्योंकि जो बलिदान देश की आजादी के लिए दिया गया उसका कोई मोल नहीं है। मगर हम सभी जन उन्हें याद तो कर सकते हैं।

पर्यावरण संरक्षण मंत्री, अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि आज हमारा देश भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में देश में नहीं विदेश में अपना तिरंगा का मान को बढा रहा है, और आगे उन्होंने बन्दे मातरम् और गंगे मातरम् का नारा दिया और हर घर तिरंगा अभियान में रिकॉर्ड भी बनाया।

 

विश्वप्रसिद्ध जादूगर सम्राट शंकर जादूगर ने कार्यक्रम के दौरान अपने जादू से तिरंगा बना कर सभी श्रोताओं के मन में देश भक्ति का प्रेम भरा और साथ ही जादूगर ने सभी को अपने जादू के द्वारा के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

अंतरराष्ट्रीय ओज कवि डा हरिओम पंवार ने जरा याद करो कुर्बानी की कार्यक्रम में अपनी कविताओं से अमेरिका से पाकिस्तान तक पर निशाना साधा और कविता के माध्यम से यूक्रेन और तालिबान के युद्ध का भी विख्यान किया। अंत में कवि डा हरिओम पंवार ने अपनी देशभक्ति कविता से श्रोताओं के मन में विश्व गुरु बनने का जोश भरा, और उनकी कविता की पंक्तियों को सुन श्रोता भवन में वन्दे मातरम के नारे लगाते नजर आए।

 

कवि राशिक गुप्ता ने अपनी कविता नदी और पहाड़ की पंक्तियों से कहा कि नदी पहाड़ से कहती है कि एक साधारण सा पर्वतारोही भी तेरे बड़े होने के घमंड को उखाड़ देता है, जब वो तेरी ही छाती पर पैर रखता हुआ तेरी शीर्ष चोटी पर भारत माँ का तिरंगा गाड़ देता है। और उनकी कविता की पंक्तियों को सभी श्रोताओं भावुक होते नज़र आए।

उपेन्द्र पांडेय ( सुप्रसिद्ध कवि ) ने अपनी देश भक्ति से सजी हुई कविताएं श्रोताओं तक पहुंचाई , कविता के जरिए बलिदान की कहानी सुन श्रोताओं ने अपने शहीदों को याद कर नमन किया व पूरा वातावरण देशभक्ति मय हो गाया।

इस कार्यक्रम के दौरान गजेंद्र चौहान, अमनप्रीत कौर, आदेश त्यागी, राजेंद्र कलकल, जितेंद्र महाजन, रोहताश कुमार, गुंजन गुप्ता, मनमोहन गुप्ता और साथ ही कार्यक्रम में विश्व की कई महान विभूतियों उपस्थित रही।।