टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (29/03/2022): आम आदमी पार्टी ने सरकारी स्कूल शिक्षक संघ (प्रवासी पंजीकरण) के प्रेस विज्ञप्ति को फर्जी बताया है। सोशल मीडिया पर कल से एक प्रेस विज्ञप्ति वायरल हो रहा था जो सरकारी स्कूल शिक्षक संघ के नाम से प्रसारित किया गया था। प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया था कि प्रवासी कश्मीरी पंडित को अरविंद केजरीवाल पसंद नहीं करते हैं और दिल्ली सरकार को मजबूरी में उन्हें पक्का करना पड़ा क्योंकि उच्च न्यायालय का आदेश था। दरअसल आज आम आदमी पार्टी ने ट्विटर पर प्रेस विज्ञप्ति को शेयर करते हुए कहा कि सरकारी स्कूल शिक्षक संघ (प्रवासी पंजीकरण) ने मीडिया में प्रसारित की जा रही फर्जी प्रेस विज्ञप्ति का भांडा फोड़ा है। ये आधिकारिक साइन्ड लेटर (Signed Letter) ये साबित करता है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने कश्मीरी प्रवासी संविदा शिक्षकों की नौकरी पक्की करने में उनकी मदद की थी।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा है, “हम फर्जी अहस्ताक्षरित प्रेस विज्ञप्ति की निंदा करते हैं जो मिस्टर दिलीप भान के नाम पर हमारे एसोसिएशन के नाम से प्रसारित हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने दिल्ली सरकार के तहत कश्मीरी प्रवासी संविदा शिक्षकों को कैबिनेट नोट दिनांक 12.7.2017 के माध्यम से नीति लाकर मदद की थी।
उन्होंने आगे कहा कि माननीय उच्च न्यायालय और माननीय उच्चतम न्यायालय ने हमारे पक्ष में फैसला सुनाया है। हालाँकि, हमें कश्मीरी प्रवासी शिक्षकों के नियमितीकरण के लिए माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली की निर्वाचित सरकार से हमेशा समर्थन मिला है।