टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (31 दिसंबर 2023): अयोध्या में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर का उद्घाटन आगामी 22 जनवरी को होने वाला है। अयोध्या में होने वाले समारोह को भव्य बनाने के लिए राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट के तरफ से गणमान्य लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। इसी कड़ी कई राजनीतिक दलों के नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया है। राम मंदिर उद्घाटन समारोह से पहले निमंत्रण को लेकर सियासत शुरू हो गई है।
आम आदमी पार्टी और केजरीवाल सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राम मंदिर पूरे देश से ताल्लुक रखता है। बीजेपी कौन होती है किसी को न्योता देने वाली। भगवान राम का मंदिर पूरे देश का है। भारतीय जनता पार्टी यह कहने वाली कौन होती है कि इनको बुलाएंगे और उनके नहीं बुलाएंगे। भगवान राम का मंदिर है जिसको मन करेगा जाएगा, जब मन करेगा जाएगा। वो कौन होते हैं, वो क्यों ठेकेदारी ले रहे हैं। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राम मंदिर को लेकर बीजेपी धर्म की राजनीति कर रही है।
सौरभ भारद्वाज के बयान पर पलटवार करते हुए दिल्ली बीजेपी मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज का 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण पर विवाद पैदा करना दुखद है। अधिकांश अन्य विपक्षी दलों की तरह, सौरभ भारद्वाज और उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी भी 4 साल पहले तक श्री राम मंदिर के निर्माण का विरोध करती थी और यह देखकर आश्चर्य होता है कि इन दलों के नेता आज प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण पर विवाद पैदा कर रहे हैं। प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि सौरभ भारद्वाज के बयान से राजनीतिक हताशा की बू आ रही है और हम भारद्वाज को याद दिलाना चाहते हैं कि यह बीजेपी नहीं बल्कि श्री राम जन्म भूमि क्षेत्र ट्रस्ट है जो राजनीतिक नेताओं सहित प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित कर रहा है। सौरभ भारद्वाज को तो यह पता होना हीं चाहिए क्योंकि श्री राम जन्म भूमि क्षेत्र ट्रस्ट का कार्यालय उनके ही विधानसभा क्षेत्र ग्रेटर कैलाश में स्थित है, लेकिन दुर्भाग्य से भारद्वाज और उनकी पार्टी, जिन्होंने श्री राम मंदिर निर्माण के लिए कोई सकारात्मक योगदान नहीं दिया है, अब खुद को राम भक्त के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।