टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (20 दिसंबर 2023): कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को संसद भवन के संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी सांसदों के निलंबन पर नाराजगी जाहिर की है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है।
सोनिया गांधी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि “इस सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है। इससे पहले कभी भी संसद के इतने सारे विपक्षी सदस्यों को सदन से निलंबित नहीं किया गया था, और वह भी केवल एक पूरी तरह से उचित और वैध मांग उठाने के लिए।”
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि “13 दिसंबर को जो हुआ वह अक्षम्य है और उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता। प्रधानमंत्री को राष्ट्र को संबोधित करने और घटना पर अपने विचार व्यक्त करने में चार दिन लग गए और उन्होंने ऐसा संसद के बाहर किया। ऐसा करके उन्होंने सदन की गरिमा के प्रति अपनी उपेक्षा और हमारे देश के लोगों के प्रति अपनी उपेक्षा का स्पष्ट संकेत दिया है।”
सोनिया गांधी ने जवाहरलाल नेहरू का जिक्र करते हुए कहा कि “इस सत्र में जम्मू-कश्मीर से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए हैं। जो लोग जवाहरलाल नेहरू जैसे महान देशभक्तों को बदनाम करने के लिए इतिहास को विकृत करते हैं और ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं, वे लगातार अभियान चला रहे हैं। इन प्रयासों में, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने खुद मोर्चा संभाला है, लेकिन हम डरेंगे या झुकेंगे नहीं। हम सच बोलने पर कायम रहेंगे।”
छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में मिली हार पर सोनिया गांधी ने कहा कि “यह कहना कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम हमारी पार्टी के लिए बहुत निराशाजनक रहे हैं, कम ही कहना होगा। हमारे खराब प्रदर्शन के कारणों को समझने और हमारे संगठन के लिए आवश्यक सबक लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष पहले ही समीक्षा का पहला दौर आयोजित कर चुके हैं। हम भारी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, फिर भी मुझे विश्वास है कि हमारी दृढ़ता और लचीलापन हमें सफल बनाएगा।