सामाजिक एकता और समरसता के लिये प्रयासरत गाजियाबाद चित्रगुप्त सभा ने रविवार 17 दिसंबर,2023 को अपने सभी सहयोगी कायस्थ सभाओं के साथ मिलकर अपना पांचवा वार्षिकोत्सव एवं संगत-पंगत, वृन्दावन ग्रीन फ़ार्म ,अर्थला में बहुत हीं धूमधाम के साथ साथ मनाया।
समारोह सुबह १०.३० पे दीप प्रज्वलन और चित्रगुप्त भगवान की आरती के साथ शुरू हुई। “संगत-पंगत एवं कर्मठ चित्रांश पहचान और सम्मान” विषयक इस समारोह में हज़ारो की संख्यां में कायस्थ समाज के लोग अपने पुरे परिवार के साथ सम्मिलित हुए। गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नॉएडा, मोदीनगर, मेरठ ,दिल्ली , फरीदाबाद और गुरगाँव के अलावा जयपुर,पटना ,लखनऊ, भोपाल से भी काफी लोग आज इस कार्यक्रम में शामिल हुए ।
कार्यक्रम के मुख्य मुख्य अतिथि श्री आर. के. सिन्हा जी ने रीबन काट कर कार्यक्रम की शुरुआत की । बतौर विसिष्ट विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. अनिल अग्रवाल जी, श्रीमती नीरा शास्त्री जी श्री ज्योति कलश जी , डॉ. धीरज भटनागर जी , स्वामी चक्रपाणि महराज जी , श्री नवीन सक्सेना जी, डॉ. अतुल कृष्णा भटनागर जी , श्री कुलदीप माथुर जी ने मंच साझा कर इस कार्यक्रम की शोभा को चार चाँद लगाए।
गाजियाबाद के कुछ प्रशासनिक विभागों के वरिष्ठ अधिकारी गण के अलावा राजनीतिक, सामाजिक, मीडिया, व्यापार आदि क्षेत्रों से समाज के प्रतिष्ठित एवं गणमान्य हस्तियों ने भी आज के कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम में आये सभी विशिष्ट एवं गणमान्य अतिथियों का आयोजक समिति के सदस्यों के द्वारा स्नेह पूर्वक अंगवस्त्र, माला एवं सम्मान प्रतीक के साथ स्वागत किया गया ।
डॉ अनंदीता सिन्हा एवं सुयश प्रसाद ने काफी अच्छे तरीके से मंच संचालन किया।
गाजियाबाद चित्रगुप्त सभा के मुख्य संयोजक अनुरंजन श्रीवास्तव ने बताया की आज के समारोह के पहले चरण में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन था जिसमें समाज के बच्चों और बड़ो ने काफी मनमोहक प्रस्तुति दी। उसके बाद दूसरे चरण में ३ प्रेजेंटेशन हुए। तीसरे चरण में पहले से निर्धारित सम्मान की कुल 6 श्रेणियाँ के अंतर्गत समाज के प्रतिभाशाली और समाज के लिए श्रेष्ठ कार्य करने वाले, विभिन्न क्षेत्रों मे अपना कीर्तिमान स्थापित करने वाले, बुजुर्ग दंपति ,मेधावी छात्र छात्राओं और इस वर्ष कलम दावत पूजा आयोजति करने वाली कुछ सभाओ को सम्मानित किया गया।
आज के कार्यक्रम में सभा ने गाजियाबाद सभा के सम्मरिका का विमोचन भी मंचासीन मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया। गाजियाबाद चित्रगुप्त सभा ने आज एक नई उपयोगी पहल चित्रांश हेल्थ सर्विसेज की भी घोषणा की जिसका मुख्य काम जरुरत मंद लोगो को स्वास्थ सेवा की व्यवस्था करेगी जिसके अंतर्गत समाज के वरिष्ठ डॉक्टर्स सप्ताह में एक दिन अपनी फ्री सेवा देंगे।
इस वर्ष इस समारोह के मुख्य आकर्षणों में से एक कायस्थों के बहुचर्चित चित्रांश चैम्बर आफ कामर्स का विशेष पवेलियन भी था जिसमें चित्रांश व्यवसायी अपने व्यवसाय, उत्पाद एवं सेवाओं का स्टाल लगाया था।
सभा के संगरक्षक श्री अशोक श्रीवास्तव जी ने बताया की इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अपने चित्रांश समाज में क्रियाशीलता लाने के साथ समाज में एकजुटता एवं भाईचारा बढ़ाने का सन्देश देना है। उन्होंने ये भी बताया की इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी सहयोगी संस्था के पदाधिकारी गण पिछले २ महीनों से पूरे जोश एवं उमंग से जुटे हुए थे।
समारोह के चौथे एवं अंतिम चरण में मंचासीन मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों के आशीर्वचनों से कार्यक्रम की उपयोगिता एवं सार्थकता को काफी मजबूती मिली। मुख्य अतिथि श्री आर. के. सिन्हा ने संगत -पंगत के उद्देश्यों के बारे में बताया और कहा कि संगत-पंगत का काम लोगों को एकजुट कर जरूरतमंद की मदद करना है। समारोह में आये विसिस्ट अतिथियों ने बतया की इस प्रकार के आयोजन से समाज में एक-दूसरे को जानने और संमझने का मौका मिलता है और एक-दूसरे की मदद की भावना बढ़ती है। डॉ. धीरज भटनागर जी ने अपनी पुस्तक ‘श्रीरामचरितमानस-हिंदी काव्यानुवाद’ जो गोस्वामी तुलसीदास-कृत ‘श्रीरामचरितमानस’ का हिंदी भाषा में सर्वप्रथम काव्यानुवाद है ,के बारे में लोगो को बतया और सरल हिंदी काव्य रूप में इस महाकाव्य को घर-घर तक ले जाने की इच्छा जताया ।
दोपहर में सहभोज का आयोजन था जिसमें समारोह में आये सभी लोगों ने एक साथ भोजन किया।
इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोगी सभा का हर सदस्य अपनी भागीदारी निभाते है और अपना पूर्ण सहयोग आयोजक समिति को देते है। आयोजक समिति में मुख्य रुप से विकल कुलश्रेष्ठ, रंजन श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, कमलेश कर्ण, प्रशांत सिन्हा, कुलदीप बरतरिया, राहुल प्रकाश, मनीष अम्बष्ट, अजित सिन्हा ,सुनील सक्सेना, , सुशील सक्सेना, अनिल सिन्हा , अरविन्द श्रीवास्तव, धीरज सहाय, डी के श्रीवास्तव , पुनीत सक्सेना, विधान श्रीवास्तव , वरुण सक्सेना ,निर्भय श्रीवास्तव, अजित श्रीवास्तव ,डॉ. बिना श्रीवास्तव एवं रोमी माथुर सहित कई अन्य सदस्य हैं जो पीछले कई हफ्तों से दिन रात लग कर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।