नूंह हिंसा के कारण दिल्ली–राजस्थान में अलर्ट, कई इलाकों में धारा 144 लागू

टेन न्यूज नेटवर्क

दिल्ली (03 अगस्त 2023): हरियाणा के नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ब्रज मंडल यात्रा के दौरान भड़की हिंसा में अब तक 6 लोगों की जान जा चुकी है। हिंसा के बाद से नूंह समेत गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद जिले में तनाव का माहौल है। पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में कुल 116 लोगों को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय सुरक्षा बलों की 20 कंपनियां और हरियाणा पुलिस की टुकड़ियां लगातार शांति बहाली का प्रयास कर इलाके में फ्लैग मार्च कर रही हैं। इस हिंसा के खिलाफ वीएचपी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में भी रैलियां निकाल रही है। इसलिए दिल्ली में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस बीच हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हिंसा में जो भी नुकसान हुआ है, वह दंगाइयों से ही वसूला जाएगा। सीएम ने दंगा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।

इस आग की चिंगारी राजस्थान के मेवाती इलाकों में पहुंचती इससे पहले ही राज्य सरकार एक्शन में नजर आई। बॉर्डर सील कर दिए गए, आरएएसी की टुकड़ियां तैनात कर दी गईं। राजस्थान पुलिस ने समय रहते वो सारे एहतियाती कदम उठाए जिनके चलते प्रदेश के मेवात इलाकों में साम्प्रदायिक सौहार्द कायम रहा। हालांकि इसके बाद भी अलवर में कुछ अप्रिय घटनाएं सामने आई लेकिन समय रहते नेटबंदी और अतिरिक्त पुलिस जाब्ता जैसे कदम उठाते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने में कामयाब रहे। बुधवार को भी भरतपुर के कई इलाकों में इंटरनेट सर्विस बंद रखी गई है।

हिंसा के बाद हरियाणा के नूंह जिले में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। जिले में धारा 144 लागू है। नूंह के अलावा गुरुग्राम, मेवात, पलवल और फरीदाबाद में भी धारा 144 लागू है। मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।

नूंह की हिंसा के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने दिल्ली-NCR के 23 इलाकों में रैलियां करने का ऐलान किया है। कई इलाकों में प्रदर्शन हो रहे हैं. ऐसे में दिल्ली में अलर्ट जारी कर दिया गया है। रैलियों को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की गई हैं। इन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने अधिकारियों को आदेश दिया कि रैलियों के दौरान हेट स्पीच या हिंसा न होने दें। संवेदनशील इलाकों में CCTV कैमरे लगाएं और उनके फुटेज सुरक्षित रखें। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पुलिस या पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करें।