समान नागरिक संहिता पर पीएम मोदी की टिप्पणी को लेकर विपक्ष हुआ हमलावर, गरमाई सियासत

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (27 जून 2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में “मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूसीसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल समान नागरिक संहिता का राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। वहीं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस बयान पर सियासत गरमा गई है और विपक्षी पार्टियां लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर रही है।

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “प्रधानमंत्री को यह समझने की ज़रूरत है कि अनुच्छेद 29 एक मौलिक अधिकार है, मुझे लगता है प्रधानमंत्री को यह समझ नहीं आया। संविधान में धर्मनिरपेक्षता की बात है। इस्लाम में शादी एक कॉन्ट्रैक्ट है, हिंदूओं में जन्म-जन्म का साथ है। क्या आप सबको मिला देंगे? भारत की विविधता को वे एक समस्या समझते हैं।”

JDU नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि “यह(समान नागरिक संहिता) एक ऐसा विषय है जिसपर सभी राजनीतिक दलों को, सभी हितधारकों को बात करनी चाहिए। भाजपा सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है जिससे धार्मिक ध्रुवीकरण हो।”

कांग्रेस नेता और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी सदस्य आरिफ मसूद ने कहा कि “प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए कि उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान की शपथ ली है। देश के सभी वर्गों को संविधान पर भरोसा है और वे इसे बदलने नहीं देंगे।” बता दें कि कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूसीसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि “समान नागरिक संहिता (UCC) के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। देश दो कानूनों पर कैसे चल सकता है? भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है। सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कहा है कि समान नागरिक संहिता(UCC) लाओ लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग हैं।”

साथ ही उन्होंने तीन तलाक को लेकर कहा कि “जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं ये लोग मुस्लिम बेटियां के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। तीन तलाक से सिर्फ बेटियों को नुकसान नहीं होता है बल्कि इससे पूरा परिवार तबाह हो जाता है। मैं समझता हूं कि मुसलमान बेटियों पर तीन तलाक का फंदा लटका कर कुछ लोग उन पर हमेशा अत्याचार करने की खुली छूट चाहते हैं।”