टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली, (11/04/2023): जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और बीजेपी नेता सतपाल मलिक को लेकर एक फाईल साइन करने के संदर्भ में कांग्रेस पार्टी ने वीडियो जारी करते हुए बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया है। बीते दिन, एक यूट्यूब चैनल को साक्षात्कार देते हुए, पूर्व राज्यपाल ने ये चौंका देने वाला ख़ुलासा किया कि वो आरएसएस पदाधिकारी राम माधव ही थे।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि अक्टूबर 2021 में जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ख़ुलासा किया था कि एक वरिष्ठ RSS पदाधिकारी ने उनको अंबानी से संबंधित दो फ़ाइलें मंज़ूर करने के लिए ₹300 करोड़ की घूस की पेशकश की थी। मलिक अगस्त 2018 और अक्टूबर 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर के राजयपाल थे, और अक्टूबर 2021 में वे मेघालय के राज्यपाल बने थे।
पवन खेड़ा ने कहा कि बीते दिन, एक यूट्यूब चैनल को साक्षात्कार देते हुए, पूर्व राज्यपाल ने ये चौंका देने वाला ख़ुलासा किया कि वो RSS पदाधिकारी राम माधव ही थे। 2021 के ख़ुलासों के बाद राम माधव ने खुद ही मान लिया था कि तत्कालीन मेघालय गवर्नर सत्यपाल मलिक ने उनका हीं नाम लिया था और क़ानूनी कार्यवाही की धमकी भी दी थी।
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने परोक्ष रूप से आरोप लगाया है कि जम्मू-कश्मीर में मेरे नाम से एक फाइल थी और उस संबंध में पैसे देने के बारे में कुछ बात हुई थी। इस तरह के आरोप सभी झूठे हैं। मेरे नाम या मेरे कहने पर फाइल होने का सवाल ही नहीं उठता। यह एक झूठा आरोप है जहां तक बार-बार ‘एक आरएसएस पदाधिकारी’ का जिक्र करके अप्रत्यक्ष रूप से मुझे इंगित करने का उनका प्रयास है, मैं दिल्ली लौटने के बाद इसके लिए कानूनी उपाय तलाशूंगा।
पवन खेड़ा ने कहा कि पूर्व राज्यपाल से तो CBI ने पूछताछ की थी, पर राम माधव जिनपर ये आरोप है, उनको अभी तक क्यों नहीं बुलाया। घड़ी-घड़ी विपक्ष के नेताओं पर ED-CBI का छापा या पूछताछ होती है, पर भाजपा के नेताओं से क्यों नहीं। मोदी जी दिन भर राग अलापते रहतें हैं कि हम भ्रष्टाचार पर कार्यवाही कर रहें हैं। राम माधव पर पहले भी ऐसे आरोप लगे हैं, अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं की गई? क्या ये उनका भ्रष्टाचारी बचाओ अभियान नहीं है।