SC के आदेश के बाद एलजी के इस्तीफे की मांग हुई तेज | एलजी हाउस के बाहर प्रचंड प्रदर्शन

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (18/02/2023): दिल्ली में एमसीडी चुनाव के बाद मेयर चुनाव के लिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी में जारी सियासी जंग के बीच सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला आया है। एमसीडी मेयर चुनाव के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट से आम आदमी पार्टी को भारी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मेयर चुनाव में मनोनीत सदस्य वोट नहीं कर सकते। सुप्रीम कोर्ट ने साथ ही निर्देश दिया है कि 24 घंटे के भीतर मेयर चुनाव के लिए पहली मीटिंग के वास्ते नोटिस जारी किया जाए।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली वालों को परेशान करने, बीजेपी की गुंडागर्दी में साथ देने और गैर-संवैधानिक काम करने के लिए एलजी से तुरंत इस्तीफा मांगा है। इसी मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को एलजी हाउस का घेराव किया। इस दौरान आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने साबित किया कि भाजपा-एलजी मिलकर गैर संवैधानिक और गैर कानूनी निर्णय ले रहे थे। इसलिए एलजी को संवैधानिक पद पर बैठने का अधिकार नहीं है।

दिल्ली की जनता की मांग है कि विनय सक्सेना तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दें। क्योंकि वह संविधान और कानून का सम्मान नहीं करते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा-एलजी के मुंह पर तमाचा मारा है। उनको आइना दिखा दिया है कि देश में कानून और संविधान से ऊपर कुछ नहीं है। संवैधानिक पद पर होते हुए भी एलजी ने संविधान और कानून की अवहेलना की और एक बाद एक गलत निर्णय लिए हैं। संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले एलजी विनय सक्सेना को इस संवैधानिक पद पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है। शायद देश के इतिहास में पहली बार एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का वकील कोर्ट के सामने खड़े होकर एक असंवैधानिक निर्णय की मांग कर रहा था। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने दिल्ली एमसीडी में पिछले दरवाजे से अपनी सरकार बनाने की कोशिश की।‌ उनके इस प्रयास में एलजी विनय सक्सेना सबसे आगे थे। बीजेपी को पता था कि वो चुनाव हार रहे हैं। इसलिए परिसीमन-एकीकरण के नाम पर चुनाव को महीनों तक टाला। बीजेपी की सारी कोशिशों के बावजूद दिल्लीवालों ने उनके 15 साल के भ्रष्टाचार और कुशासन से तंग आकर एमसीडी से निकालकर बाहर फेंक दिया।

विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली के एलजी लगातार भारत के संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उनमें इस पद पर रहने की कोई नैतिकता नहीं बची है। दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना के हाथ में भारत का संविधान सुरक्षित नहीं है। उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। ‘आप’ के वरिष्ठ नेता आदिल खान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला दर्शाता है कि भाजपा-एलजी गद्दारी कर रहे थे और दिल्ली को बर्बाद करने का प्लान बना रहे थे। एलजी दिल्ली वासियों के कामों को रोक रहे हैं।।