UPSC की तैयारी करने वाले छात्रों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (20/12/2022): यूपीएससी में अतिरिक्त प्रयास ( एक्स्ट्रा अटेम्प्ट) की मांग को लेकर यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र पिछले 2 सालों से लगातार धरना प्रदर्शन और सत्याग्रह कर रहे हैं। लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर सरकार की कोई नजर नहीं है।

दिल्ली के राजेंद्र नगर में जोकि एजुकेशन हब माना जाता है, यहां पर देश के अलग-अलग राज्यों के छात्र यूपीएससी की तैयारी करते हैं। राजेंद्र नगर में यूपीएससी में एक्स्ट्रा अटेम्प्ट की मांग को लेकर अब छात्र सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से सत्याग्रह के माध्यम से अपनी मांगों को मनवाने की कोशिश कर रहे हैं।

एजुकेशन हब के नाम से मशहूर दिल्ली के राजेंद्र नगर में यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों की तरफ से यूपीएससी में एक्स्ट्रा अटेम्प्ट की मांग को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से कैंडल मार्च का आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों ने हिस्सा लिया। छात्रों का कहना है कि सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं कर रही है हम कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं करना चाहते हैं हमारे पास मात्र एक विकल्प है शांतिपूर्ण प्रदर्शन।

 

आपको बतादें कि हाल ही में उन्होंने अतिरिक्त प्रयासों की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी जोरदार प्रदर्शन किया था। कोरोना महामारी के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के कारण, कई छात्र यूपीएससी, एसएससी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे। जिसके बाद से छात्र लगातार यूपीएससी परीक्षा में अतिरिक्त प्रयास के लिए सरकार से अनुरोध कर रहे हैं।

आपको बतादें कि उम्मीदवारों ने अतिरिक्त प्रयास के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की। सुप्रीम अदालत ने इस साल मार्च में केंद्र से कुछ उम्मीदवारों के प्रतिनिधित्व पर विचार करने को कहा था, जो कोविड-19 के कारण यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे। हालांकि, केंद्र ने अपने जवाब में सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि इन उम्मीदवारों के लिए अतिरिक्त प्रयास “संभव नहीं” हैं।

 

यूपीएससी की तैयारी करने और एक्स्ट्रा अटेम्प्ट की मांग करने वाली छात्रा राशि सिंह ने कहा कि यह सरकार हमारी बातों को नहीं सुन रही है। क्योंकि हम हिंसक प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, जब किसान हिंसक प्रदर्शन करते हैं तो सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लेती है। अग्निवीर योजना सरकार लाती है तो छात्रों का उग्र प्रदर्शन को देखते हुए सरकार उसमें संशोधन करती है। लेकिन हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन के माध्यम से यूपीएससी में अतिरिक्त प्रयास की मांग कर रहे हैं तो सरकार हमारी मांगों को नजरअंदाज कर रही है।।