टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (23 नवंबर 2022):
तू कितनी अच्छी है ..
तू कितनी भोली है ..
तू फुलवारी है … वो माँ . वो माँ .. वो माँ ..
माँ के प्रेम को प्रतीत करते राजा और रंक फ़िल्म के गीत की याद सभी को अपनी माँ की यादों एवं ममता को ताज़ा करती है .,
अब पेंटिंग भी करेगी माँ और उसके ममता की यादों को ताज़ा… रंग कला के दुनिया में तनीषा बख्शी .. एक ब्रश और कैनवास के दुनिया का एक चमकता सितारा है।
अन्नसागर फाउंडेशन द्वारा काउन्सिल ऑफ रॉयल रूट्स के सहयोग से दिल्ली के बीकानेर हाउस में चार दिवसीय कला कार्यशाला, प्रदर्शनी (Art Workshop) का आयोजन किया गया। जिसमे पेंटिंग आर्टिस्ट तनीषा बख्शी द्वारा बनाई गई एक से बढ़कर एक उम्दा पेंटिंग को दर्शाया गया। इस कार्यशाला में भारत सरकार के पूर्व सचिव एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य डॉ ज्ञानेश्वर मुले; AAFT विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संदीप मारवाह , मोहम्मद आसिफ़ कार्यकारी निदेशक , प्लान इंडिया , गजानन माली , संस्थापक , टेन न्यूज़ नेटवर्क सहित कई गणमान्य हस्तियों ने भाग लिया।
इसी क्रम में मशहूर पेंटिंग आर्टिस्ट तनीषा बख्शी ने टेन न्यूज से बात करते हुए कहा कि ये जो सभी बच्चे हैं अन्नसागर फाउंडेशन के बच्चे हैं, और आज मैं जहां भी हूं इन बच्चों के दुआओं के कारण पहुंची हूं। और मैं चाहती हूं कि मैं जहां भी जाऊं इन बच्चों को साथ में ले जाऊं।
तनीषा बक्शी ने टेन न्यूज से बात करते हुए कहा कि हमलोग यह काम 8 सालों से करते आ रहे हैं। और अभी हमारे पास 1500 बच्चे हैं जिन्हें हम भोजन उपलब्ध कराते हैं। ये सभी बच्चे हमारे प्रेरणा के स्त्रोत हैं। काफी बच्चे हैं जिनकी मैं पैंटिंग्ज बनाती हूं और उनके जरिए अपने सपनों को पूरा करती हूं।
तनीषा बक्शी ने अपनी थीम के विषय में बात करते हुए कहा कि मुख्य थीम मदर एंड चाइल्ड (मां और बच्चा) है। एक बच्चे के लिए मां का जो प्यार है उससे बड़ा कुछ नहीं है।
चुनौतियों के विषय में बताते हुए तनीषा ने कहा कि चलेंजेज तो बहुत रह, मैं भगवान का थैंक्यू बोलूंगी उन्ही की वजह से मैं ये सब कर पा रही हूं। मेरे इस कार्य में मेरी पूरी परिवार बहुत सपोर्ट (समर्थन) करती है, मेरे पति नंद किशोर मुझे बहुत सपोर्ट करते हैं।
मनुष्य को पशु बनने से बचाना है तो कला एवं संस्कृति की तरफ जोड़ दें: डॉ ज्ञानेश्वर मुले
प्रदर्शनी में भाग लेने पहुंचे भारत सरकार के पूर्व सचिव एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य डॉ ज्ञानेश्वर मुले ने टेन न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कहा कि कुछ भी कहना शब्दों के परे है। इतनी अच्छी कला इतनी अच्छी कारीगरी इस उम्र में पाया जाना बहुत मुश्किल है, इस युवा अवस्था में भी तनीषा बक्शी हमारी राष्ट्रीय संपदा है। आगे इनका भविष्य बहुत उज्जवल है और इनके साथ-साथ हमारे समाज और कला का भविष्य भी उज्जवल है।
डॉ मुले ने टेन न्यूज से बात करते हुए आगे कहा कि कला मनुष्य को पशुता से बचाती है, यदि मनुष्य को पशु बनने से बचाना है तो उसे कला एवं संस्कृति की तरफ जोड़ दें। इतनी कम उम्र में तनिष्का ने अपना पूरा जीवन कला को अर्पित कर दिया है। यह ना सिर्फ कलाकार के लिए खुशी की बात है बल्कि आपको लगेगा कि कला में एक संवेदनशीलता है, मोहब्बत, प्यार या आदमी का अच्छाई का एक प्रदर्शन है।
डॉ ज्ञानेश्वर मुले ने तनीषा का अभिनंदन व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे हाथ में जो भी है, मैं इसे पूरे विश्व में ले जाने का कोशिश करूंगा। यदि मैं इसके काम और परिश्रम को दुनिया के सामने रख पाएंगे तो इससे बड़ा मेरे लिए कोई आनंद नहीं हो सकता।
प्रदर्शनी में उपस्थित AAFT विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संदीप मारवाह ने टेन न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए कहा कि आज जब मैंने इन पैंटिंग्ज को देखा उसके बाद मेरे पास इस पैंटिंग्ज के विषय में कहने के लिए बहुत कुछ है।संदीप मारवाह ने कहा कि जो लोग कला एवं संस्कृति से जुड़े होते हैं वो बेस्ट ह्यूमन बिइंग्स होते हैं। आज इस पैंटिंग्ज को देखने एवं तनीषा को जानने के बाद मैं चकित हूं। इनके असाधारण प्रतिभा को देख जिसके सहारे ये कैनवास पर चित्र में जान डाल देती है।
प्रदर्शनी में उपस्थित प्लान इंडिया एनजीओ के संस्थापक मो. आशिफ ने तनीषा का आभार व्यक्त करते हुए बच्चों से संवाद किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि आप सभी बच्चों ने बहुत अच्छा पैंटिंग्ज बनाया है। आगे उन्होंने कहा कि आप भविष्य में 20 साल के बाद आप क्या बनना चाहते हैं आप उसकी पैंटिंग्ज बनाएं। आप 20 साल बाद खुद को जिस रूप में देखना चाहते हैं उसकी पैंटिंग्ज बनाएं, हम सब आपके साथ हैं।
प्रदर्शनी में सहयोगी रॉयल रूट्स के संस्थापक ऋषि कुमार ने कहा कि तनीषा बक्शी ने अद्भुत पेंटिंग बनाई है, जो समाज को आईना दिखाने का काम कर रही है। उनकी जितनी भी तारीफ की जाए वह कम होगी। ऋषि कुमार ने आश्वाशन दिया की जो भी मदद चाहिए उसे देने की भरपूर कोशिश करूंगा।
प्रदर्शनी में उपस्थित आर्ट क्यूरेटर जॉर्जिना मैडॉक्स ने टेन न्यूज से बात करते हुए कहा कि तनीषा ने जो पैंटिंग्ज बनाया है वो सभी मां-बच्चे के प्रेम और स्नेह पर आधारित पैंटिंग्ज है। साथ ही उन्होंने कहा कि तनीषा जी की एनजीओ में सैकड़ों बच्चे आते हैं सभी सीखते हैं और बनाते हैं और साथ ही एनजीओ के द्वारा ही उन्हें भोजन उपलब्ध कराया जाता है। एग्जीबिशन के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां कोई टिकट नहीं सभी लोग आ सकते हैं।
दिल्ली एनसीआर के कला प्रेमियों और मीडिया ने तनीषा के पैंटिंग्ज को काफ़ी सराहा है ..