टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली, (06/09/2022): बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के भारत दौरे के मद्देनज़र आज मंगलवार ,6 सितंबर 2022 को हिन्दू संघर्ष समिति व प्रवासी बंगियो समाज व ऑल इंडिया रिफ्यूजी फ़्रंट ने जंतर मंतर पर बांग्लादेश में हिन्दू व बौद्धों पर हो रहे अमानवीय अत्याचारों व नरसंहार के विरोध में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि शेख़ हसीना भारत की सद्भावना व सहयोग का ग़लत फ़ायदा उठा रही है वो बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथियों को बढ़ावा दे रही है। वो बांग्लादेश में धीरे धीरे पिछले दरवाज़े से को शरिया लागू कर रही है वो हिफ़ाज़त- ए- इस्लामी व इस्लामी आंदोलन बांग्लादेश को फंड दे रही है व उन्हें तृप्त करने के लिये 640 से ज़्यादा मॉडल मस्जिद बना कर दे दी है ।
ज़्यादातर मस्जिद व मदरसे हिन्दू और बौद्धों की ज़मीन पर क़ब्ज़ा करके चलायें जा रहे है।
इस्लामिक अतिवाद ने बांग्लादेश के मूल चरित्र को बदलकर रख दिया है। आशा है भारत सरकार तथ्यों के आलोक में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री को आईना दिखाने का काम करेगी और वहाँ के अल्पसंख्यकों की रक्षकों लिये कड़े कदम उठायेगी। उपमहाद्वीप में हिन्दुओं का जातीय सफ़ाया और नरसंहार चालू है अभी हाल ही में हमने देखा कि अफ़ग़ानिस्तान से तीस सिखों का जत्था दिल्ली वापस आया है। अब वहाँ मात्र एक सौ दस सिख बचे हैं और हिन्दू समाज वहाँ से पूरी तरह ख़त्म कर दिया गया ।
हिन्दू संघर्ष समिति के महामंत्री विद्या भूषण ने कहा कि बांग्लादेश के कई हिस्सों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार रूकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला नरैल जिले की है, जहां भीड़ ने अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के कई घरों पर भी हमला किया और तोड़फोड़ की। इसके पीछे की वजह पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ फेसबुक पर कथित रूप से अपमानजनक पोस्ट होने की अफ़वाह बताया जा रहा है। आजकल वहाँ ये एक बहुत सामान्य बहाना है हिन्दुओं के खिलाफ सुनियोजित हमला कर उनका जातीय सफ़ाया करने का ।