टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (13/08/22): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 20 दिन पहले एक बयान दिया था, कि कुछ राजनीतिक पार्टियां सत्ता में आने के लिए मुफ्त की सेवाएं जनता को दे रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा था कि अब यह फ्री की रेवड़ी हिंदुस्तान में नहीं चलेगा। इसे लेकर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी के बढ़ते प्रभाव से डर गए हैं इसलिए वह यह बात कह रहे हैं।
लेकिन इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जो तकरार है वह थमने का नाम नहीं ले रही है। कल दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था की विकसित देश के विकसित होने का कारण ही ये है, कि वो अपने नागरिक में इन्वेस्ट करते हैं। और हमारे यहां सरकार नागरिक में इन्वेस्ट करने को कहती है ये फ्री की रेवड़ी है इसे बंद करो।
इसी मुद्दे पर आज बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा की मनीष सिसोदिया जी एक्साइज के पूरे घोटाले में लिप्त हैं। किस प्रकार से जिन शराब माफियाओं को मैन्यूफैक्चरिंग रिटेल में नहीं आ सकते हैं, उन मैन्युफैक्चरर शराब माफियाओं को अरविंद केजरीवाल जी के कहने पर मनीष सिसादिया ने रेवड़ी की तहर दिल्ली में ठेके बांटे। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने अपने शराब माफिया दोस्तों का 144 करोड़ रुपया माफ करके याराना निभाया। दिल्ली कैबिनेट ने पहले सब पास कराया, फिर उसके बाद सब खारिज किया क्योंकि उन्हें पता था कि उनसे गलती हुई है।
संबित पात्रा ने आरोप लगाया की सीएम अरविंद केजरीवाल ने ‘फेक न्यूज’ फैलाई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ब्रिटेन में पीएम कैंडिडेट दिल्ली के स्कूल मॉडल का अध्ययन कर रहे हैं। दिल्ली के कई स्कूलों में प्रधानाचार्य तक नहीं हैं। अरविंद केजरीवाल ने 500 स्कूलों को खोलने का वादा किया था, जो पूरा नहीं किया गया। इसके विपरीत कई स्कूल बंद हो गए।
संबित पात्रा ने कहा की अरविंद केजरीवाल जी और मनीष सिसोदिया जी भली भांति जानते हैं कि जो हाल सत्येद्र जैन का हुआ है, वही हाल मनीष सिसोदिया जी का होने वाला है। कानूनी रूप से वो गलत हैं ये वो भली-भांति जानते हैं। इसलिए इन्होंने ये निर्णय लिया है कि चलो हंगामा बरपाएं।
संबित पात्रा ने रोजगार के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की अरविंद केजरीवाल ने एक भाषण में दावा किया कि उन्होंने 10 लाख लोगों को नौकरी दी। एक आरटीआई के जवाब में सिर्फ 3,246 लोगों को नौकरी दी गई। एक अन्य आरटीआई में खुलासा हुआ कि उन्होंने सिर्फ 849 लोगों को नौकरी दी।
संबित पात्रा ने कहा की कैग की रिपोर्ट के अनुसार 2019-20 तक चार साल की अवधि में दिल्ली का कर्ज 7% बढ़ा। कैग की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार विकास निधि का उपयोग करने में विफल रही, और इसलिए यह व्यपगत हो गई। 39 योजनाएं सिर्फ कागज हैं। 39 योजनाओं पर एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ।।