टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (24/07/2022): देश की राजधानी दिल्ली में अब गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चे भी फ़र्राटेदार इंग्लिश बोल सकेंगे। दिल्ली सरकार ने ‘स्पोकन इंग्लिश कोर्स’ शुरू करने का ऐलान किया है। इस बात की जानकारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर दिया । इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने ऐसे बच्चों के लिए जिनके अंग्रेजी कमजोर है, उनके लिए स्पोकन इंग्लिश का कार्यक्रम हम लोग लेकर आए हैं। उनको उनकी अंग्रेजी अच्छी करेंगे और उनके कम्युनिकेशन स्किल्स को अच्छे करेंगे। हमारी जो दिल्ली स्किल्स एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी है। वो इस पूरे कोर्स को चलाएगी।
उन्होंने कहा कि जिन बच्चों ने अपनी स्कूलिंग पूरी कर ली यानी 12वीं पूरी कर ली और उनकी कम्युनिकेशन स्किल्स कमजोर है। नौकरी मिलने में दिक्कत हो रही है। ऐसे बच्चों को कम से कम आठवीं तक की बेसिक नॉलेज इंग्लिश की होनी चाहिए। ऐसे बच्चों के लिए पहले साल फेस वन में हम 1,00,000 बच्चों को स्पोकन इंग्लिश की ट्रेनिंग देंगे। पहले फेस में पूरी दिल्ली में के अंदर 50 सेंटर खोले जा रहे हैं और धीरे-धीरे इसे और बढ़ाया जाएगा। ये कोर्स इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स का है। इसमें हम मैकमिलन और वर्ड्सवर्थ के साथ टाई-अप कर रहे हैं और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी असेसमेंट करेगी। इस कोर्स में 18 से 35 साल के युवाओं को इसमें एडमिशन मिलेगा और ये कोर्स 3 से 4 महीने का होगा।
उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चे जो नौकरी कर रहे हैं और वह पार्ट टाइम जॉब कर रहे हैं तो उनके लिए इवनिंग और वीकेंड कोर्स की सुविधा है। उन्होंने कहा कि ये कोर्स तो वैसे फ्री है लेकिन शुरू में ₹950 सिक्योरिटी मनी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी बोलने की सब लोगों को जरूरत पड़ती है इसलिए मुझे ऐसा लग रहा है कि इस कोर्स को करने के लिए बहुत लंबी कतार लगेंगी। हम नहीं चाहते कि कोई 2 दिन कोर्स करके सीट खराब करें इसलिए सिक्योरिटी मनी लिया जा रहा है। यदि आप कोर्स पूरा कर लेते हैं और आपका अटेंडेंस पूरा होता है तो आपको कोर्स के अंत में ₹950 वापस मिल जाएंगे। फीस कोई भी नहीं है लेकिन सिक्योरिटी मनी जमा करना पड़ेगा।
उन्होंने आखिर में कहा कि हमारा सपना है कि देश के चाहे अमीर या गरीब का बच्चा हो सब को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए सबको एक जैसी शिक्षा मिलनी चाहिए। किसी को भी किसी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए और साधनों का अभाव नहीं होना चाहिए। उसी दिशा के अंदर ये कोर्स शुरू किया गया है। मैं उम्मीद करता हूं कि इस कोर्स से हमारे बच्चों को बहुत लाभ होगा। उनको नौकरी मिलने में भी सुविधा होगी और उनका पर्सनैलिटी डेवलपमेंट होगा।