टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (04/07/2022): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल यानी रविवार को गुजरात में 6988 पदाधिकारियों को शपथ दिलाई है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल अपने बच्चों की कसम खाकर शपथ लेने के बाद भी अपनी शपथ को भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल गुजरात में शपथ ग्रहण करवाएं, कुछ इसी तरह का शपथ पार्टी बनाते वक्त केजरीवाल ने लिया था, लेकिन जिन बातों का शपथ केजरीवाल ने लिया था उसमें से एक भी बातों पर अमल आज तक नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि “केजरीवाल ने तो अपने बच्चों की कसमें खाई थी कि वे ना ही कोई बंगला लेंगे, ना सुरक्षा लेंगे और ना ही कोई गाड़ी लेंगे। आज सत्ता में आने के बाद केजरीवाल अपने ही द्वारा लिए गए शपथ में जो कुछ भी मना किया था उसके विपरीत काम कर रहे हैं। आज सुरक्षा भी ले लिया, बंगला भी ले लिया और उस बंगला में करोड़ रुपये के स्वीमिंग पूल भी बनवा रहे हैं। आज केजरीवाल आम से बेहद खास हो गए। जिस तरह से दिल्ली की जनता का भरोसा उन्होंने तोड़ा है, वैसे ही गुजरात के लोगों के बीच भी शपथ लेकर केजरीवाल वहां की जनता को भी अपने झूठे वायदों का शिकार बनाने के लिए जाल बुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार सरकार बनाने से पहले केजरीवाल ने कहा था कि सत्ता में आते ही वे भ्रष्टाचार खत्म करेंगे लेकिन आज दिल्ली सरकार सबसे भ्रष्ट सरकार बन चुकी है क्योंकि उसके मंत्रियों के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हुए हैं और इसी की देन है कि सत्येन्द्र जैन जेल की सलाखों के पीछे हैं और मनीष सिसोदिया भी इस घेरे में हैं।”
उन्होंने कहा कि “केजरीवाल की रणनीति है, कुछ नहीं करना, केवल जिक्र करना और जिक्र का फिक्र करना। पंजाब में भी उन्होंने वही किया। पंजाब के मुख्यमंत्री एंटी करप्शन हेल्पलाइन का प्रचार करते देखे गए लेकिन शीला दीक्षित के खिलाफ सबूत होने का दावा करने वाले केजरीवाल अपने पुराने वायदे भूल गए। शीला दीक्षित की तो एक अटैची भी रखने की बात केजरीवाल करते थे। उन्होंने केजरीवाल के पुराने वायदों को याद कराते हुए कहा कि केजरीवाल का पहला कार्यकाल 28 दिसंबर 2013 से 13 फरवरी 2014 तक का था। 8 जनवरी 2014 को भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन स्वयं अरविंद केजरीवाल ने लॉन्च किया था। नंबर भी उन्होंने 011-27357169 जारी किया था । इसके बाद दूसरे कार्यकाल में 5 अप्रैल 2015 को फिर से नया हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया गया था। वह नंबर 1031 था। यह नंबर दिल्ली सरकार के विजिलेंस डिपार्टमेंट के अधीन संचालित था। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन नंबरों पर आए कॉल पर केजरीवाल ने क्या एक्शन लिया, यह किसी को नहीं पता है।”