तीन माह तक चले कलांतर २०२१ – राष्ट्रीय कला समारोह के विजेता घोषित

टेन न्यूज नेटवर्क

New Delhi (23/01/2022): संगीत में मदर्स पब्लिक स्कूल, भुबनेश्वर तथा ड्रामा में डीएसके डीएवी, पुरुलिया अव्वल। अन्य प्रतियोगताओं में देश के विभिन्न भागों से चुने गए विजेता।
कला के क्षेत्र में देश की अग्रणी सामाजिक संस्था कलांतर आर्ट ट्रस्ट द्वारा शहरी तथा आवास मामलों के मंत्रालय, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन तथा डीआरडीओ के सहयोग से आयोजित तीन माह तक चले कलांतर २०२१ – राष्ट्रीय कला समारोह के अंतिम विजेताओं की कल घोषणा की गयी। इस समारोह में विभिन्न आयु वर्ग में पेंटिंग, लेखन, संगीत तथा अभिनय की प्रतियोगिताएं का आयोजन किया गया था। यह प्रतियोगिताएं पूरी तरह से ऑनलाइन थीं। पेंटिंग तथा लेखन प्रतियोगिताएं २ चरण में संपन्न की गई तथा संगीत एवं अभिनय की प्रतियोगिताएं एक चरण में संपन्न की गई।

स्कूलों के साथ ही देश की विभिन्न जेलों ने किया प्रतिभाग

कलांतर २०२१ – कला समारोह में देशभर के चार हजार से अधिक स्कूलों ने प्रतिभाग किया। कलांतर समारोह की विशेषता यह रही कि इसमें स्कूलों तथा आम नागरिकों के साथ ही देश के विभिन्न बंदीगृह के कैदियों ने भी प्रतिभाग किया और जेल प्रशासन ने भी इसमें भरपूर सहयोग दिया। अलीगढ जेल से एक प्रतिभागी को लेखन में तथा आंबेडकर नगर जेल को अभिनय में पुरस्कार भी प्राप्त हुए।

प्रथम पुरस्कार विजेताओं की सूची

पेंटिंग प्रतियोगिता (५-७ वर्ष) – रेहा तातेर
पेंटिंग प्रतियोगिता (७-१० वर्ष) – एकांशी गोयल
पेंटिंग प्रतियोगिता (१०-१४ वर्ष) – आस्मि मिश्रा
पेंटिंग प्रतियोगिता (१४-१८ वर्ष) – मिशिका गुप्ता
पेंटिंग प्रतियोगिता (१८ वर्ष व उससे अधिक) – नव्या अग्रवाल

हिंदी कविता लेखन (१०-१४ वर्ष) – अभ्युदय शर्मा
हिंदी कविता लेखन (१४-१८ वर्ष) – कलिका सधाना
हिंदी कविता लेखन (१८ वर्ष व उससे अधिक) – अरुण कमल

अंग्रेजी कविता लेखन (१०-१४ वर्ष) – दिया मेहनाज़
अंग्रेजी कविता लेखन (१४-१८ वर्ष) – अग्रणी
अंग्रेजी कविता लेखन (१८ वर्ष व उससे अधिक) – गरिमा वाधवा

हिंदी कहानी लेखन (१०-१४ वर्ष) – श्रेया प्रकाश
हिंदी कहानी लेखन (१४-१८ वर्ष) – मालविका
हिंदी कहानी लेखन (१८ वर्ष व उससे अधिक) – टिन्नी श्रीवास्तव

अंग्रेजी कहानी लेखन (१०-१४ वर्ष) – दिया मेहनाज़
अंग्रेजी कहानी लेखन (१४-१८ वर्ष) – स्वस्तिक चौधरी
संगीत – मदर्स पब्लिक स्कूल, भुबनेश्वर

अभिनय – डीएसके डीएवी स्कूल, पुरुलिया

निःशुल्क कला अध्यापन के क्षेत्र में भी कार्य कर रही है कलांतर

आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्तर की वार्षिक कला प्रतियोगिताएं के आयोजन के साथ ही कलांतर आर्ट ट्रस्ट देशभर में आर्थिक रूप से दुर्बल आय वर्ग के लोगों के लिए निःशुल्क कला प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी कार्यरत है। कलांतर के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विशाल श्रीवास्तव ने बताया कि संस्था का उद्देश्य है कि आने वाली पीढ़ी के ह्रदय में आधुनिकता के साथ ही कला के प्रति प्रेम का समावेश हो जिससे वो अपने भीतर उपज रहे मानसिक विकारों को समाप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार हरित क्रांति व श्वेत क्रांति से देश में वृहद् परिवर्तन आया है उसी प्रकार कलांतर द्वारा आरम्भ की गयी कला क्रांति से भी एक दिन देश में वृहद् परिवर्तन आएगा। अंत में उन्होंने कलांतर की ओर से सभी विजेता प्रतिभागियों को बधाई प्रेषित की।