कुम्भ की विचार परंपरा व अनुभवों पर आधारित ‘अमृत कुम्भ’ के विमोचन समारोह, ‘अनावृत’ का आयोजन दिनांक 18/03/19 को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के डिप्टी स्पीकर हॉल में किया गया।
बता दें कि कुम्भ की महान चिंतन परम्परा को समझते हुए इसबार के प्रयागराज कुम्भ में संस्कार भारती ने पूरी तरह से साहित्य, कला को समर्पित अपना शिविर लगाया। इसी से जुड़े अनुभवों तथा कुम्भ के अन्य महत्वों को रेखांकित करती स्मारिका ‘अमृत कुम्भ’ का विमोचन हुआ। इसमें पद्मश्री मालिनी अवस्थी, हृदयनारायण दीक्षित(अध्यक्ष, उप्र. विधानसभा), अनंत विजय(वरिष्ठ पत्रकार), स्वामी चिदानंद सरस्वती, चिराज जैन(कवि), शेफाली वैद, शशिप्रभा तिवारी, यतीन्द्र मिश्र, स्वर्ण अनिल जैसे लब्धप्रतिष्ठ विद्वतजनों के आलेख शामिल हैं। इसका संपादन राहुल ‘नील’ ने किया है।
इसी दौरान संस्कार भारती के संस्थापक महामंत्री, पुरातत्ववेता डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर जी के जन्मशताब्दी के अवसर पर प्रकाशित ‘दैनन्दिनी का भी विमोचन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि रूप में श्री बजरंगलाल गुप्त, संघचालक, उत्तर क्षेत्र,आरएसएस मौजूद रहे। इनके अलावा पद्मश्री बाबा योगेंद्र, हेमलता एस. मोहन, बांकेलाल जी(उपाध्यक्ष, संस्कार भारती), अमीरचंद जी(महामंत्री, संस्कार भारती) और बड़ी संख्या में साहित्य एवं कलाप्रेमी मौजूद रहे।