टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (17 सितंबर 2024)
बीते रविवार को अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के इस्तीफे की घोषणा के बाद दिल्ली में चर्चाएं काफी तेज हो गई थी कि आखिरकार अब दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री कौन होंगे। आज मंगलवार को विधायक दल की बैठक में यह स्पष्ट हो गया है कि आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी। आतिशी मार्लेना के नाम पर विधायक दल की मुहर लग गई है, अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा और इसके बाद विधायक दल ने इस नाम का स्वागत किया। जिसके बाद यह स्पष्ट हो गया कि आतिशी दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी।
कौन हैं आतिशी मार्लेना
आम आदमी पार्टी की सबसे प्रमुख सदस्यों में से एक आतिशी को दिल्ली के शिक्षा सुधारो में उनकी भूमिका के लिए सराहा जाता है। उनका पूरा नाम आतिशी मार्लेना सिंह (Atishi Marlena Singh) है। 8 जून 1981 को दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय सिंह और तृप्त वाही के घर जन्मी आतिशी ने अपनी स्कूल और कॉलेज की शिक्षा दिल्ली में ही प्राप्त की, साल 2001 में डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में स्नातक करने के बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय चली गई।
2013 में AAP में शामिल हुई आतिशी
वर्ष 2013 में उन्होंने आम आदमी पार्टी ज्वाइन किया, पार्टी के लिए नीति निर्माण में वह शामिल हुई। उन्होंने दिल्ली में शिक्षा सुधारो का नेतृत्व करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, 2015 में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में उन्हें उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) का सलाहकार नियुक्त किया गया। हालांकि 2018 में उन्हें पद से हटा दिया गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने उन्हें पूर्वी दिल्ली सीट से मैदान में उतारा, कांग्रेस नेता अरविंद सिंह लवली और क्रिकेटर से नेता बने गौतम गंभीर के खिलाफ आतिशी मैदान में उतरी। आतिशी को एक मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन वह गौतम गंभीर से हार गईं। इसके बाद आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने उन्हें दिल्ली के कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से फिर अपना उम्मीदवार बनाया। वर्तमान में वह कालकाजी से विधायक हैं और दिल्ली सरकार की कैबिनेट में सबसे प्रभावशाली मंत्री हैं।
ज्ञात हो कि आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले अतिथि कुछ समय आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में इतिहास और अंग्रेजी पढ़ाने का काम भी किया, आतिशी को दिल्ली के शैक्षणिक संस्थाओं के कायाकल्प बदलने में अहम भूमिका निभाने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने, शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत स्कूल प्रबंधन समितियों का गठन करने, निजी स्कूलों को मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने से रोकने के लिए नियमों को मजबूत करने और “हैप्पीनेस पाठ्यक्रम” शुरू करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।।