टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (24 जनवरी 2024): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार को इस साल गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने वाले एनसीसी और एनएसएस कैडेटों-स्वयंसेवकों के साथ बातचीत की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “आप (एनसीसी और एनएसएस कैडेट) गणतंत्र दिवस की परेड का हिस्सा बनने जा रहे हैं। इस बार ये दो वजहों से और विशेष हो गया है। ये 75वां गणतंत्र दिवस है और दूसरा, पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड देश की नारीशक्ति को समर्पित है।”
उन्होंने कहा कि “आज ‘राष्ट्रीय बालिका दिवस’ है, आज बेटियों के साहस, जज्बे और उनकी उपलब्धियों का गुणगान करने का दिन है। बेटियों में समाज और देश को बेहतर बनाने की क्षमता होती है। इतिहास के अलग-अलग दौर में भारत की बेटियों ने अपने फौलादी इरादों और समर्पण की भावना से कई बड़े परिवर्तनों की नींव रखी है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “कल देश ने एक बड़ा निर्णय लिया है। ये निर्णय है, जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देने का। आज की युवा पीढ़ी के लिए कर्पूरी ठाकुर जी के बारे में जानना, उनके जीवन से सीखना बहुत जरूरी है। ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि उसे जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का मौका मिला।”
उन्होंने आगे कहा कि “बेहद गरीबी और सामाजिक असमानता जैसी चुनौतियों से लड़ते हुए वे राष्ट्र जीवन में बहुत ऊंचे मुकाम पर पहुंचे थे। वे दो बार बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे थे और इसके बावजूद, उन्होंने अपना निर्मल स्वभाव और समाज के लिए काम करना कभी नहीं छोड़ा। जननायक कर्पूरी ठाकुर हमेशा अपनी सादगी के लिए जाने जाते रहे। उनका पूरा जीवन सामाजिक न्याय और वंचितों के उत्थान के लिए समर्पित रहा। आज भी उनकी ईमानदारी की मिसाल दी जाती है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “आप सभी जानते हैं कि भारत ने 2047 तक विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है। अगले 25 वर्ष देश के लिए, आपके भविष्य के लिए बहुत अहम हैं। हमारा संकल्प है कि आपकी अमृत पीढ़ी का हर सपना पूरा हो। हमारा संकल्प है कि आपकी अमृत पीढ़ी के लिए अवसरों की भरमार हो। हमारा संकल्प है कि आपकी अमृत पीढ़ी के रास्ते की हर बाधा दूर हो।”
उन्होंने कहा कि “मैं भी आपकी तरह एनसीसी में रहा हूं। आपके बीच मैं उसी रास्ते से आया हूं। मैं जानता हूं कि एनसीसी, एनएसएस या कल्चरल कैंप जैसी संस्थाएं युवाओं को समाज और नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाती है। इस कड़ी में देश में एक और संगठन का निर्माण किया गया है। इस संगठन का नाम है MYBharat. मैं चाहता हूं कि आप सभी MYBharat वालंटियर के तौर पर खुद को रजिस्टर करें।”