टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (12 जनवरी 2024): राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बयान पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि “दिग्विजय सिंह का यह बयान कि मंदिर अधूरा है, सच नहीं है। रामलला को भूतल पर स्थापित किया जाना है, जो पूरा हो चुका है। दोपहर 12.20 बजे का ‘मुहूर्त’ तय किया गया है। पूरे विधि-विधान के साथ पूरे मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा होने जा रही है। ज्योतिष पीठ के प्रमुख को छोड़कर मैंने कभी ऐसा कारण नहीं देखा कि निमंत्रण को यह कहकर अस्वीकार कर दिया जाए कि मंदिर अधूरा है। तीन शंकराचार्यों ने मंदिर के पूरा होने पर खुशी व्यक्त की है और प्राणप्रतिष्ठा का स्वागत किया है।”
आलोक कुमार ने आगे कहा कि “उन्होंने (दिग्विजय) उन पार्टियों के नामों का उल्लेख किया जो आईएनडीआई गठबंधन के भागीदार हैं। ‘मौसेरे भाई’ (मामा भाई) ने न आने का फैसला किया है। विहिप ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पास ऐसी कोई मशीनरी नहीं है कि 10 करोड़ घरों के लोगों को आमंत्रित कर सके। विहिप कार्यकर्ताओं ने डाकिया के रूप में काम किया। यह मदद सभी को करनी चाहिए थी लेकिन अल्पसंख्यक वोटबैंक के कारण उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने पर पार्टी सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि “कितने आमंत्रित व्यक्तियों ने निमंत्रण स्वीकार किया है? किसी भी स्थापित धर्म गुरु ने निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने आपत्ति जताई है। धर्म शास्त्र के अनुसार जिस मंदिर का निर्माण अधूरा हो, वहां किसी भी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती। यह अशुभ माना जाता है।”
दिग्विजय सिंह ने कहा था कि “कांग्रेस ही नहीं बल्कि सभी राजनीतिक दल जिन्हें निमंत्रण मिला है शिवसेना, राजद, जद (यू), टीएमसी, सीपीआई, सीपीआई (एम)- कौन इसमें भाग ले रहा है? भगवान राम सबके हैं। हमें मंदिर जाकर खुशी होगी, लेकिन पहले निर्माण पूरा हो जाए। उन्होंने तो इसे बीजेपी का एक आयोजन बना दिया है।”