टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (19 दिसंबर 2023): कोरोना महामारी के दहशत से अभी लोग उबर भी नहीं पाए थे कि इसके नए वेरिएंट JN -1 ने एकबार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। लोगों को एकबार फिर ये डर सता रहा है कि पहले की तरह ही इसका तांडव ना देखना पड़े और कहीं सारे काम ठप्प ना हो जाए।
कितना खतरनाक है कोरोना वायरस का नया वेरिएंट
बता दें कि कोरोना बीमारी का नया वेरिएंट जेएन -1 ने एकबार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। मिली जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के कुल 335 नए मामले सामने आए हैं। कोविड -19 के नए वेरिएंट की पुष्टि के बाद सरकार देशभर में अलर्ट मोड पर है।
कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर WHO भी काफी चिंतित है। WHO ने एडवाइजरी जारी करते हुए सभी देशों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है।
भारत में भी कोरोना के बढ़ते मामले
मिली जानकारी के मुताबिक भारत में भी कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। अबतक बीते 24 घंटों में देशभर में कुल 335 नए मामले सामने आए हैं। वहीं अब कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 1701 पर पहुंच गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश और केरल में कोरोना से पांच लोगों की मौत हो गई है।
क्या है एक्सपर्ट की राय
जागरण में छपे रिपोर्ट के मुताबिक एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ संजय राय ने कहा कि यह ओमिक्रोन का ही सब-वेरिएंट है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लोगों में लंबे समय के लिए इम्यूनिटी बरकरार है। इसीलिए यहां इस नए सब -वेरिएंट से पहले जैसे महामारी आने की आशंका नहीं है। लिहाजा, घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है और वायरस की निगरानी जरूरी है।
नए सब-वेरिएंट के बढ़ सकते हैं मामले
उन्होंने कहा कि विभिन्न अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि प्राकृतिक रूप से कोरोना से संक्रमित हो चुके लोगों में लंबे समय के लिए इम्यूनिटी है। परेशानी तब होगी जब वायरस अपना स्वरूप बदलकर पूरी तरह से नया हो जाएगा। तब टीके पूरी तरह बेअसर हो जाएगा। कोरोना के आरएनए वायरस होने के कारण इसके स्वरूप में थोड़े बहुत बदलाव होते रहता है। इसीलिए इसके मामले घटते -बढ़ते रहेंगे, लेकिन अधिक जानलेवा होने की आशंका नहीं है।।