टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (12 दिसंबर 2023): संसद के शीतकालीन सत्र का आज मंगलवार को सातवां दिन है। शीतकालीन सत्र के सातवें दिन केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक, 2023 को नियुक्ति, सेवा की शर्तों और कार्यालय की अवधि को विनियमित करने के लिए विचार और पारित करने के लिए राज्यसभा में पेश किया। इस विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि “भारत के प्रजातंत्र पर मोदी सरकार ने हमला किया है। भारत के लोकतंत्र, चुनावी मशीन की स्वायत्ता, निर्भीकता, निष्पक्षता को बुलडोजर के नीचे कुचल डाला है। एक समय था जब EC का मतलब चुनावी विश्वसनीयता (एलेक्टोरल क्रेडिबिलिटी) था, आज इसका मतलब चुनावी समझौता (इलेक्शन कॉम्प्रोमाइज) हो गया है। अपनी मर्जी का मुख्य चुनाव आयुक्त, चुनाव आयुक्त लगाएंगे और अपनी मर्जी से चुनाव आयोग चलाकर जीत-हार कराएंगे। प्रजातंत्र पर यह शायद सबसे बड़े हमलों में से एक है जो मोदी सरकार ने पिछले साढ़े 9 साल में किया है। हम इसे आखिर तक ले जाएंगे और यह संघर्ष संसद से सड़क तक जारी रहेगा।”
तो वहीं राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि “चर्चा के क्रम में कुछ सवाल पूछे गए थे। आज सरकार चुनाव आयोग पर कार्यकारी नियंत्रण कर रही है। आने वाले समय में बच्चे पढ़ेंगे कि एक समय था जब स्वतंत्र चुनाव आयोग हुआ करता था। जब सरकार की ओर से ठोस जवाब नहीं मिले तो हमने सदन से वॉकआउट कर लिया। हम इस विभाजनकारी बिल का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे।”