समाजसेवी अन्ना हजारे ने गांधी जयंती के मौके पर राजघाट पर सत्याग्रह पर बैठे. अन्ना हजारे ने कहा कि 6 साल गुजर जाने के बाद भी जनलोकपाल नहीं आ सका है. मोदी सरकार भ्रष्टाचार को रोकने में फेल है और जनलोकपाल व लोकायुक्त को लेकर गंभीर नहीं है. अन्ना हजारे ने कहा कि आम लोगों की बदहाली का कारण सिर्फ भ्रष्टाचार है और अगर सरकार इस दिशा में कदम नहीं उठाती तो दिसंबर या अगले साल जनवरी से फिर वे संघर्ष के लिए मैदान में उतरेंगे.
अन्ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण गरीब और अमीर में अंतर बढ़ रहा है. मैं 35 साल से आंदोलन कर रहा हूं, एक भी पार्टी ऐसी नहीं है जिसके खिलाफ मैंने आंदोलन नहीं किया. अन्ना ने कहा कि RTI का कानून हमने बनाया, उससे फर्क आया है. मैं 6 साल से लोकपाल की लड़ाई लड़ रहा हूं, उस सरकार ने हमें आश्वासन भी दिया था. अन्ना ने कहा कि बीजेपी विपछ में रहते हुए लोकपाल का समर्थन किया था, लेकिन तीन साल से सत्ता में रहने के बाद कुछ किया नहीं.
अन्ना ने कहा कि भारत की आजादी के 70 साल गुजर चुके हैं, लेकिन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपने अभी तक पूरा नहीं हो सके हैं. उन्होंने कहा, मैं राजघाट पर गांधी जी को नमन करने आया हूं. आज व्यथित होने का एक कारण है. अन्ना ने कहा कि दुखी नही हू, दुखी स्वार्थी लोग होते हैं. अन्ना ने कहा, गांधी जी का जो सपना था, वह पूरा नहीं हुआ.
अन्ना हजारे सोमवार को सुबह पुणे से दिल्ली आए और सीधे गांधी समाधि राजघाट पहुंचे, जहां अन्ना हजारे बापू को श्रद्धांजलि दिया