टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (24 नवंबर 2023): दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में स्थित निगमबोध घाट पर शीघ्र दाह संस्कार करवाने और चिता की लकड़ी के लिए कथित तौर पर अवैध रूप से अत्यधिक रकम वसूले जाने का मामला सामने आया है। यह निगमबोध घाट दिल्ली-NCR के सबसे पुराने श्मशान घाटों में से एक है। यह जानकारी घटना से जुड़े एक अधिकारी ने दी है। इस मामले में दिल्ली नगर निगम की मेयर डॉक्टर शैली ओबेरॉय ने जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। यह मामला गुरुवार को सामने आया जब मेयर निरीक्षण के लिए गई थीं।
दिल्ली नगर निगम (MCD) के अधिकारी के मुताबिक, कई गैर सरकारी संगठनों को अंतिम संस्कार के नाम पर मृतक के परिवार के सदस्यों से मोटी रकम वसूलते हुए पाया गया, जो इसके कामकाज को नियंत्रित करने वाले समझौता ज्ञापन के प्रावधानों का उल्लंघन है। अधिकारी ने बताया कि मेयर ने MCD की नाक के नीचे हो रही इन अवैध गतिविधियों पर चर्चा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और निगमबोध घाट की प्रबंध समिति के साथ बैठक की। अधिकारी ने कहा कि “श्मशान घाट में वीआईपी दाह संस्कार और त्वरित सेवाओं के लिए 50,000 रुपये तक की अतिरिक्त राशि ली जा रही है। श्मशान घाट में नियमों के खिलाफ लकड़ी काटने की मशीन भी लगी हुई पाई गई।” अधिकारी ने कहा कि पीपल के पेड़ों की लकड़ी का इस्तेमाल अतिरिक्त पैसे लेकर दाह संस्कार के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ,”अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी के लिए 15,000 रुपये से 20,000 रुपये की अतिरिक्त राशि लिया जा रहा था।” अधिकारियों ने बताया कि चिता की लकड़ी के लिए एमसीडी 7 रुपये प्रति किलो की दर से कीमत लेती है।