टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (25/10/2023): एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि एनडीएमसी ने अपनी परिषदीय बैठक में रखे गए एजेंडा आइटमों में कुछ ही प्रस्तावों को मंजूरी दी है। क्योंकि सीएम केजरीवाल बीच में ही मीटिंग छोड़कर चले गए। उपाध्याय ने आगे कहा कि इस कारण से ना केवल विकास कार्यों में अपितु कर्मचारियों से संबंधित कार्यों में भी बाधा आती है और लंबे समय के लिए ये कार्य बाधित हो जाते हैं।
उन्होंने आगे प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री जो आज की मीटिंग के पिठासीन अधिकारी थे, बिना कुछ सोचे-समझे परिषद् बैठक को स्थगित करके चले गए । उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को परिषद् में होने वाली मासिक बैठको में आने से डर लगता है क्योंकि जिस तरह का तानाशाह व्यवहार वह अपने यहाँ विधानसभा में रखते हैं उन्हें यहां आने में डर लगता है। केवल बैठक में निष्कासन के वजह से मुख्यमंत्री बैठक में भाग लेते हैं अपितु विकास कार्यों में उनकी कोई भूमिका नहीं होती है। केजरीवाल का मुद्दा केवल चुनाव चुनाव और राजनीति तक है।
आज आयोजित परिषद् की बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री से परिषद् सदस्यों ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और डेंगू मलेरिया को लेकर सवाल पूछे। जिसपर मुख्यमंत्री बीच में ही बैठक छोड़ कर चले गए। उपाध्याय ने कहा कि वायु प्रदूषण का स्तर हानिकारक स्तर को छूने लगा है और दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री कोई कदम नहीं उठा रहे हैं ।
केजरीवाल ने एनडीएमसी काउंसिल की बैठक में कोई जवाब नहीं दिया और पहले की तरह चौथे बार भी बैठक छोड़कर चले गए। मुख्यमंत्री ने कहा था की अगर पंजाब में सरकार आएगी तो दिल्ली में प्रदूषण नहीं होगा, तो फिर अब प्रदूषण क्यों है? उन्होंने कहा कि एनसीआर और आसपास के क्षेत्र में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे आसपास के राज्यों की तुलना में पंजाब में पराली जलाने के 561 सबसे सर्वाधिक मामले आए हैं।
उपाध्याय ने जी20 से संबंधित गतिविधियों में दिल्ली के मुख्यमंत्री के शामिल न होने पर भी सवाल उठाया और कहा कि पिछले दिनों में आयोजित हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में वह कहां थे जिसमें दुनिया के सबसे प्रभावशाली देशों ने हिस्सा लिया, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री दूसरे काम में व्यस्त थे । उन्होंने सवाल किया कि क्या जी20 शिखर सम्मेलन से जुड़े मामलों की निगरानी करना मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी नहीं थी?
आज परिषद ने विभिन्न प्रस्तावों को मंजूरी दी गई जिसमे कार्तिकेय माथुर (IA&AS: 2004) की मुख्य लेखा परीक्षक, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, कार्मिक विभाग (सचिव स्थापना) के रूप में नियुक्ति। खालिद बिन जमाल (IA&AS: 1994) मुख्य लेखा परीक्षक, एनडीएमसी के उनके मूल विभाग में प्रत्यावर्तन पर मुख्य लेखा परीक्षक का पद 24.04.2023 को रिक्त हो गया था। परिषद द्वारा एनडीएमसी के मुख्य लेखा परीक्षक के रूप में कार्तिकेय माथुर (आईए एंड एएस: 2004) 26.09.2023 को 3 वर्ष की प्रारंभिक अवधि के लिए प्रतिनियुक्ति पर नियुक्ति के संबंध में अनुमोदन प्रदान करने का निर्णय लिया गया। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद में सहायक अभियंता (ई एंड एम) वर्ग-11 [पुनः नामित: सहायक अभियंता (मैकेनिकल)] के पद के लिए भर्ती नियम (आरआरएस) तैयार करना। विभाग के प्रस्ताव को परिषद द्वारा अनुमोदन प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
परिषद द्वारा आरआरएस के अनुमोदन के बाद, सहायक अभियंता (ई एंड एम) वर्ग- II [सहायक अभियंता (मैकेनिकल) के रूप में पुनः नामित] के पदों के लिए ड्राफ्ट आरआरएस उप-धारा के तहत सहमति/अनुमोदन के लिए यूपीएससी को प्रस्तुत किया जाएगा। (2) एनडीएमसी अधिनियम 1994 की धारा 43 के। यूपीएससी द्वारा आरआरएस की सहमति/अनुमोदन के बाद, इसे अनुमोदन के लिए केंद्र सरकार (एमएचए) को प्रस्तुत किया जाएगा। गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद, अधिसूचना आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचना के लिए एनसीटी दिल्ली सरकार को भेजी जाएगी।।