टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (23/09/2023): दिल्ली में रामलीला से पहले ‘सियासी लीला’ शुरू हो गई है। दिल्ली बीजेपी की तरफ से दिल्ली धार्मिक महासंघ को एक पत्र लिखा गया है। दिल्ली बीजेपी मीडिया प्रभारी प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि पत्र के माध्यम से मांग किया है कि इस बार दशहरा पर लंका दहन के दौरान रावण के साथ-साथ सनातन विरोधियों का भी पुतला जलाया जाए।
प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि सनातन धर्म का पताका फहराने में और संस्कृति प्रचार में रामलीलाओं का विशेष महत्व है। 11 दिवसीय रामलीला महोत्सव हर सनातन धर्मियों के लिए उत्साह से भरा रहता है। उन्होंने आगे पत्र में लिखा है कि रामलीलाओं ने समय समय पर देश की समाज की समस्याओं को भी जनता के बीच उठा कर विरोध दर्ज करवाया है।
प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि रामलीला कमेटियों ने समय-समय पर भ्रष्टाचार, प्रदूषण, आतंकवाद का पुतला जला कर इन पर जनमत बनाने का काम किया है। आज देश के सामने हम सभी सनातनियों के सामने एक विशेष संकट है। कुछ राजनीतिक दलों के द्वारा सनातन धर्म की निंदा एवं सर्वनाश की कामना की गई है। तमिलनाडू के मुख्यमंत्री के पुत्र उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म विरोधी बयानों के विरुद्ध पूरे देश में रोष है।
कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम लगातार सनातनियों के धर्म परिवर्तन करवाने की बात करते रहे हैं। समाजवादी पार्टी के स्वामी प्रसाद मौर्य का सनातन विरोध जगजाहिर है। एम.के. स्टालिन, अरविंद केजरीवाल एवं अखिलेश यादव चुप रह कर अपने सनातन धर्म विरोधी साथियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। मेरा दिल्ली के सभी रामलीला कमेटियों से अनुरोध है कि, जब आप रामलीला का पूजन करें तो दशहरे के दिन रामलीला ग्राऊंड में तीन पारम्परिक पुतलों के साथ सनातन धर्म विरोधियों का पुतला जलाने का भी निर्णय लें। साथ ही दिल्ली की सभी श्री रामलीला कमेटियाँ जिन राजनेताओं को आमंत्रित करें उनसे सनातन धर्म विरोधियों की निंदा करने का भी अनुरोध करें।