अरविंद केजरीवाल ने बताया राम राज्य की परिकल्पना में ये दो चीजें जरूर होनी चाहिए

Arvind Kejriwal

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (23 सितंबर 2023): दिल्ली की विश्व स्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यानी शनिवार को सिविल लाइन के अरुणा आसफ अली अस्पताल में नया और शानदार ‘ओपीडी बिल्डिंग ब्लॉक’ का शुरुआत की। इस मौके पर उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज भी मौजूद रहें। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि अगर हम राम राज्य की परिकल्पना करते हैं तो उसमें दो चीजें जरूर होनी चाहिए। पहला अच्छी शिक्षा- फ्री शिक्षा और दूसरा अच्छा इलाज-मुफ़्त इलाज।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि “आज अस्पताल का नया ब्लॉक बन क़र तैयार हो गया है।पहले ब्लॉक में जगह की कमी थी, अब कई स्पेशलाइज्ड कमरे तैयार हो गए हैं, ब्लॉक सेंट्रलाइज्ड वातानुकूलित है। पहले डॉक्टर्स को OPD में इलाज करते हुए बड़ी दिक़्क़त होती थी। 800-1000 की OPD थी, अब उम्मीद है को 2-3 गुना OPD बढ़ेगी।”

उन्होंने कहा कि “स्वास्थ्य सेवाओं में मेजर एक्सपेंशन के टोटल 10,000 बेड्स थे अभी तक सरकारी अस्पतालों में मिलाकर। 11 नए अस्पताल बन रहे हैं, और पुराने अस्पतालों में नए ब्लॉक बन रहे हैं, जिससे 16,000 नए बेड्स तैयार हो जाएंगे। प्राइवेट सेंट्रल गवर्नमेंट और दिल्ली सरकार के मिलाकर WHO के इंटरनेशनल स्टैंडर्ड को भी पार कर जाएंगे।”

सीएम केजरीवाल ने कहा कि “शिक्षा और स्वास्थ्य दो ऐसी चीज़ें हैं जो सरकार को अच्छी और मुफ़्त जनता को देनी चाहिए। हमने काफ़ी मोहल्ला क्लीनिक, नए हॉस्पिटल बनाये हैं, पुराने हॉस्पिटल्स का इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक कर रहे हैं। जहां सभी तरह का क्वालिटी इलाज मुफ़्त मिलता है।”

उन्होंने कहा कि “16,000 नए बेड्स के बाद इंटरनेशनल स्टैंडर्ड से भी, दिल्ली का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर सबसे बढ़िया हो जाएगा। फिर बस मैनेज करना है। दिल्ली के बाहर से बहुत लोग इलाज कराने आते हैं। अच्छी बात है, आना चाहिए, हमारे देश के लोग हैं। बस हमें सिस्टम को और कुशल बनाना पड़ेगा।”

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “राम राज्य के करीब पहुंच सकते हैं, ये नहीं कह सकता। लेकिन परिकल्पना करें तो उसमें दो चीज़ें ज़रूर होनी चाहिए- अच्छी शिक्षा, फ्री शिक्षा अमीर हो या गरीब सबके लिए और अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था, फ्री स्वास्थ्य सेवाएं अमीर हो या गरीब सबके लिए। हमारी सरकार की यही कोशिश है।”