टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (03 सितंबर 2023): देश की राजधानी दिल्ली में इंसानियत को तार-तार करने वाली घटना सामने आई है। राष्ट्रीय राजधानी में एक प्राइवेट शेल्टर होम में रहने वाले एक नाबालिग लड़के के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को कड़ी कार्यवाही करने हेतु नोटिस जारी की है। पुलिस इस मामले में आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने रविवार को एक्स पर नोटिस शेयर कर जानकारी दी है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट में लिखा है, “कल रात हमारी 181 हेल्पलाइन पे कॉल आयी और बताया गया कि एक नाबालिग बच्चे के साथ दिल्ली के एक प्राइवेट शेल्टर होम में वहीं रहने वाले दूसरे लड़के ने यौन शोषण किया है। हमने तुरंत पुलिस को सूचना दी और लड़के से मिले। FIR दर्ज हो गई है। कड़ी कार्यवाही हेतु पुलिस को नोटिस इशू किया है।”
दिल्ली महिला आयोग द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि दिल्ली महिला आयोग को अपनी 181 महिला हेल्पलाइन पर 2 सितंबर 2023 को रात 8 बजे दिल्ली के एक निजी आश्रय गृह में एक नाबालिग लड़के के साथ यौन उत्पीड़न के संबंध में एक कॉल मिली। आयोग ने तुरंत दिल्ली पुलिस को सूचित किया और एक टीम लड़के से मिली। यह पता चला है कि अपनी मां की मृत्यु और अपने पिता के पुनर्विवाह के बाद, वह लड़का पिछले कुछ वर्षों से आश्रय गृह में रह रहा है। उसने बताया है कि 31 अगस्त 2023 को जब वह शाम को वॉशरूम गया तो घर में रहने वाले एक बड़े लड़के ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उन्होंने कहा है कि घटना की जानकारी उन्होंने होम मैनेजर को दी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। यह बहुत ही गंभीर मामला है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सवाल करते हुए कहा कि क्या आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है? यदि नहीं, तो कृपया इसका कारण बताएं। क्या अधिकारियों को मामले की सूचना नहीं देने के लिए आश्रय गृह के प्रबंधक और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ POCSO के तहत एफआईआर दर्ज की गई है?
स्वाति मालीवाल ने इस मामले में दर्ज एफआईआर की कॉपी मांगी है। साथ ही उन्होंने शेल्टर होम के स्टाफ के खिलाफ की गई कार्रवाई का विवरण और अतीत में निजी तौर पर संचालित आश्रय गृह में किसी घटना के संबंध में प्राप्त किसी अन्य शिकायत (शिकायतों) का विवरण और उस पर की गई कार्रवाई का विवरण मांगी है। इसके अलावा आयोग ने इस मामले में विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है और कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए कृपया आयोग को मांगी गई जानकारी 6 सितंबर तक उपलब्ध कराएं।।